धुमधाम से हुआ कलश व प्रतिमा विसर्जन || Immersion of urn and idol done with fanfare
ईचागढ़ - सरायकेला खरसावां जिला के कुकड़ु प्रखंड क्षेत्र के तिरूलडीह में सोमवार को नवान्ह परायण महायज्ञ का पूर्णाहुति के साथ मुर्ती व कलश का विसर्जन किया गया। तिरूलडीह यज्ञ स्थल से गाजे बाजे बाजे के साथ विसर्जन जुलूस निकाला गया। पुलिस प्रशासन के देखरेख में शांति पूर्ण ढंग से श्रद्धालु नाचते गाते व जयकारा लगाते हुए पुरे तिरूलडीह स्टेशन बस्ती, सीरकाडीह, गुंदलीडीह आदि का भ्रमण करते हुए सुवर्ण रेखा नदी में मुर्ती ,कलश आदि का विसर्जन किया गया।
जय श्री राम,जय हनुमान का जयघोष से पुरे वातावरण गुंजायमान रहा। बच्चे युवा सभी विसर्जन जुलूस में जमकर थीरके । मालूम हो कि नौ दिनों तक नवान्न परायण महायज्ञ का आयोजन मे दुर दराज के नामी गीरानी राम चरित मानस पाठ व प्रवचन दिया।
नौ दिनों तक पुरा वातावरण भक्तिमय रहा। वहीं पंडित राजु पांडे ने बताया कि तिरूलडीह में नौ दिनों तक नवान्न परायण महायज्ञ का आज अंतिम दिन पूर्णाहुति के साथ विसर्जन किया गया। उन्होंने कहा कि परायण महायज्ञ में बंगाल व झारखंड के दर्जनों पंडित उपस्थित होकर भगवत कथा का पाठ व प्रवचन किया।