थमने का नाम नहीं ले रहा हाथीयों का उत्पात, तोड़ा घर || The mischief of elephants is not taking the name of stopping, broke the house
ईचागढ़ - सरायकेला खरसावां जिला के ईचागढ़ थाना क्षेत्र में हाथीयों का उत्पात थमने का नाम नहीं ले रहा है। लगातार हाथीयों द्वारा जान माल को क्षति पहुंचाते हुए घरों को भी तोड़कर नष्ट किया जा रहा है। वहीं शुक्रवार की अहले सुबह करीब 2 बजे झुंड से बीछड़े एक हाथी ने गांव के बाहर प्राथमिक विद्यालय को भी तोड़फोड़ कर दिया। वहीं बोड़ा गांव में बीमला देवी का घर को तोड़कर घर में रखे धानों को चट कर गया। वहीं आधा दर्जन घरों को भी आंशिक क्षतिग्रस्त कर दिया है।
बीमला देवी चौकी पर सोई हुई थी और घर का मलवा उसके ऊपर गीर गया ,वह किसी तरह जाग गई और चौकी के नीचे छुपकर अपनी जान बचाई । मालूम हो कि एक महिने के अंदर हाथीयों ने बोड़ा व कुईडीह में दो लोगों को मौत के घाट उतारने के बाद एक सप्ताह पहले बोड़ा गांव में तीन घरों को हाथीयों ने तोड़ कर अनाजों को चट कर गया था। वन विभाग के लाख कोशिश के बावजूद भी हाथीयों को क्षेत्र से भगाने में सफलता नहीं मिल पा रही है। बताया जा रहा है कि 20-25 हाथीयों का झुंड बोड़ा ,कुटाम व पिलीद आदि जंगलों में आना जाना कर रहा है।
वहीं भुक्तभोगी राजेन्द्र सिंह मुण्डा व रामकृष्ण सिंह मुण्डा ने बताया कि हाथी कय घरों को क्षतिग्रस्त कर दिया है। बताया कि घर में सोई हुई बीमला देवी के ऊपर भी घर का मलवा गीरने से वह चोटील हो गई है। उन्होंने हाथीयों को क्षेत्र से भगाने का वन विभाग से मांग किया है।