रुपये की बटवारे को लेकर तो नहीं हुई है सागर की हत्या, Wasn't Sagar murdered over the distribution of money?
जमशेदपुर - सागर हत्याकांड की गुत्थी सिदगोड़ा पुलिस अपने स्तर से सुलझाने में लगी हुई है, लेकिन पूरे मामले में यह बात भी सामने आ रही है कि सागर सोना की हत्या कहीं रुपये बटवारे को लेकर तो नहीं हुई है। सूत्रों के अनुसार पुलिस को पूछताछ में इसकी भनक मिली है। यह बताया जा रहा है कि घटना की रात 14 मार्च को सागर और उसके साथियों ने किसी से रुपये की छिनतई की थी। रुपये सागर के हाथ लगे थे. इसके बाद उसके साथियों ने ही उससे छीन लिया। इस बीच सागर तनाव में आ गया था। इसके बाद ही सागर के साथ मारपीट की गयी और फिर उसे रास्ते से हटा दिया गया।
हत्या में पांच लोगों के शामिल होने का अंदेशा : सागर हत्याकांड में पांच लोगों के शामिल होने का अंदेशा लगाया जा रहा है। हालाकि पुलिस ने पूछताछ के दौरान दो लोगों को छोड़ दिया है। पुलिस अभी आदित्य को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। हो सकता है आदित्य ही घटना का राज खोल दे. पुलिस मामले में कई बिंदुओं पर जांच कर रही है।
दोस्तों ने पहले मारपीट कर किया था बेहोश : बताया जा रहा है सागर की हत्या करने के पहले उसके साथ मारपीट की गयी थी। मारपीट की घटना के बाद जब वह बेहोश हो गया था तब उसके हाथ-पैर बांधकर नदी में फेंक दिया गया था। जिस तरह से घटना को अंजाम दिया गया है उससे पुलिस को भी गुत्थी सुलझाने में परेशानी हो रही है।
गोवा में करता था सिविल का काम : सागर के परिवार के लोगों का कहना है कि वह गोवा में सिविल का काम करता था। होली को लेकर वह 6 मार्च को ही घर पर आया था। घटना के बाद से परिवार के लोग पूरी तरह से टूट गये हैं। गुरुवार को पुलिस ने सागर का शव सिदगोड़ा स्वर्णरेखा नदी से बरामद किया था। उसके हाथ-पैर बंधे हुये थे।
नशे का आदी है सभी आरोपी: घटना के बाद सागर की मां ने जिन चार युवकों के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज करायी है वे सभी नशे का आदी हैं। खुद सागर भी ब्राउन शुगर की खरीद-बिक्री के मामले में पूर्व में जेल जा चुका है। जांच के बाद पुलिस को पता चला कि सागर की मां भी ब्राउन शुगर के कारोबार में जेल जा चुकी है।