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चक्रधरपुर से चाईबासा तक मेमू ट्रेन चलाने की मांग, ओबीसी रेलवे कर्मचारी संघ ने वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक से की मुलाकात


चक्रधरपुर से पश्चिम सिंहभूम जिला मुख्यालय चाईबासा तक एक मेमू ट्रेन चलाई जाए। 
उक्त आशय की मांग ओबीसी रेलवे कर्मचारी संघ दक्षिण पूर्व रेलवे के महासचिव कृष्ण मोहन प्रसाद ने चक्रधरपुर के वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक से किया।
आज ओबीसी रेलवे कर्मचारी संघ दक्षिण पूर्व रेलवे, चक्रधरपुर मंडल के पदाधिकारियों ने चक्रधरपुर रेलवे मंडल के नवनियुक्त वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक श्री आदित्य कुमार चौधरी को पुष्प गुच्छ देकर स्वागत किया।
ओबीसी रेलवे कर्मचारी संघ दक्षिण पूर्व रेलवे के महासचिव कृष्ण मोहन प्रसाद के नेतृत्व में मंडल कार्यकारिणी कमेटी के सदस्यों ने नए वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक आदित्य कुमार चौधरी से मिलकर उन्हें पुष्पगुच्छ प्रदान करके स्वागत किय। रेलवे मंडल मुख्यालय चक्रधरपुर से पश्चिम सिंहभूम मंडल मुख्यालय को रेल मार्ग से जोड़ने के लिए एक नई मेमू ट्रेन चलने की मांग की।
उक्त अवसर पर वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक श्री आदित्य कुमार चौधरी से मिलकर ओबीसी रेलवे कर्मचारी संघ के महासचिव कृष्ण मोहन प्रसाद ने कहा कि माल लदान के मामले में सर्वोच्च स्थान को प्राप्त करने वाले चक्रधरपुर मंडल मुख्यालय से पश्चिम सिंहभूम के चाईबासा मुख्यालय तक जाने के लिए वर्तमान में  कोई भी रेलगाड़ी नहीं चलाई जा रही है। फलस्वरुप चक्रधरपुर से रोजाना चाईबासा जाने वाले यात्रियों एवं कर्मचारियों को सड़क मार्ग से जाने के लिए बस का सहारा लेना पड़ता है ।
उन्होंने चक्रधरपुर रेलवे मंडल मुख्यालय को पश्चिमी सिंहभूम चाईबासा मुख्यालय के साथ रेल मार्ग से जोड़ने हेतु अविलंब एक मेमू ट्रेन चलाई जाने की मांग की। उन्होंने वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक का ध्यान आकृष्ट करते हुए कहा कि नित्य प्रतिदिन रेल गाड़ियों में सैकड़ो प्राइवेट वेंडर खाद सामग्री बेचा करते हैं। मंडल रेलवे प्रशासन उनको रोकने में विफल साबित हुआ है , उन्होंने रेलवे  प्रशासन से मांग की , रेल गाड़ियों में चलने वाले प्राइवेट वेंडरों की सूची बनाई जाए और उनका पहचान एवं आवासीय  जानकारी प्राप्त करने के पश्चात उनको लाइसेंस पोर्टर की तर्ज पर प्राइवेट वेंडर के लिए भी लाइसेंस शुल्क लेकर लाइसेंस निर्गत किया जाए ताकि किसी अधिकृत यात्री के साथ दुर्व्यवहार करने की हालत में उन्हें अविलंब चिन्हित करके उनपर कानूनी कार्रवाई की जा सके। ऐसे प्राइवेट वेंडर को न्यूनतम लाइसेंस शुल्क के आधार पर नियमित रूप से निर्धारित सामग्री बेचने का अवसर दिया जाए। 
मानक के अनुरूप  शुद्ध सामग्री नही बेचने पर उनके ऊपर कारवाई करने का मार्ग प्रशस्त हो सकता है । साथही उनसे प्राप्त होने वाले लाइसेंस शुल्क से रेल को भी आर्थिक लाभ प्राप्त हो सकेगा।

उक्त अवसर पर टाटा शाखा II के शाखा सचिव आशीष कुमार गुप्ता, अध्यक्ष जितेंद्र यादव, संयुक्त सचिव राहुल कुमार, विकास कुमार, आदर्श कुमार, बाणेश्वर महतो, नारायण महतो, राकेश कुमार, अशोक, मनोज कुमार, प्रदीप कुमार एवं अन्य लोग उपस्थित रहे।
उक्त जानकारी ओबीसी रेलवे कर्मचारी संघ टाटानगर के शाखा सचिव मुंद्रिका प्रसाद ने बयान जारी करके दिया है।
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