Ichagarh News : शिव पूजा में अग्नि में चलकर व लोहे के कील पर लेटकर दिया भक्ति का परिचय
Ichagarh News | सरायकेला-खरसावां जिला के ईचागढ़ प्रखंड क्षेत्र के कुटाम गांव में प्राचीन काल से चली आ रही बंगला बैसाख संक्रांति के उपलक्ष्य में शिव पूजा में आग में चलकर व लोहे का कील पर लेटकर भक्ति का परिचय दिया। वहीं रात भर बंगाल के पुरूलिया के गीयासुद्दीन अंसारी व धनीराम कालिंदी के दलों के बीच मानभूम शैली का छौ नृत्य का आयोजन किया गया। मंगलवार को महिलाओं ने पाट भक्ता के साथ माथा पर कलश लेकर मंदिर पहुंचे।
देवेन्द्र गोप को लोहे का नुकिला कील लगे पटरा पर लेटाकर कलश यात्रा के साथ मंदिर पहुंचे व पूजा पाठ किया गया। वहीं गांव के दर्जनों महिला पुरूषों ने धधकती आग की अंगारों पर चलकर भगवान शिव को खुश करने का परम्परा को निभाया। 5-5 फीट लम्बे तीन गढ्ढे अंगारों से भरे धधकती आग पर लोग चलकर आस्था का परिचय दिया। भक्त देवेन्द्र गोप ने बताया कि लोहे के नुकिले कील पर लेटाकर उसे कंधे पर ढोकर तालाब से पुरे गांव का भ्रमण कराते हुए मंदिर तक लाने पर भी कोई घाव या दर्द नहीं होता है। वहीं धधकती अंगारों पर कई बार चलने के बावजूद भी पैरों पर छाले नहीं पड़ता और न ही जलता है।
उन्होंने कहा कि यह भगवान भोलेनाथ का कृपा है। उन्होंने कहा कि एट सप्ताह से हम लोग पुरे नियम के साथ रहकर ब्रत रखते हैं। कठोर ब्रत से ही भोलेनाथ खुश होते हैं और यह परम्परा सदियों से चली आ रही है। मौके पर शशधर गोप,छुटु सिंह मुण्डा,बीरवल गोप, सुभाष, संतोष प्रामाणिक ,ब्रज किशोर गोप, देवेन्द्र गोप पुष्कर, उमाकांत गोप,राम दयाल सिंह मुण्डा आदि उपस्थित थे।