निष्पक्ष और पारदर्शिता पूर्ण हो भाषाई सर्वे, मिले पर्याप्त समय ना-हो खानापूर्ति.....Karuna May Mandal
ज्ञात रहे वर्तमान समय में एक ओर लोस चुनाव में जंहा पूरी सरकारी तंत्र को लगाया गया है वंही राज्य सरकार द्वारा दिनांक - 06/05/2024, पत्रांक - 551 के माध्यम से निर्गत पत्र में सभी विद्यालयों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों की भाषाई सर्वे इसलिए करवाने का काम शुरू करवाया गया है ताकी वर्ग 'एक से पांच' तक के विद्यार्थियों को अपनी मातृभाषा में शिक्षा सुनिश्चित करवाया जा सके ।
पूर्व पार्षद करुणा मय मंडल ने कहा की सरकार द्वारा उठाया गया कदम सरहनीय है पर ये समय सायद अनुकूल नहीं है। श्री मंडल ने सरकार तथा जिला प्रशासन से साथ ही संबंधित विभाग से ये अनुरोध किए की उक्त सर्वे में लगाए गए शिक्षकों को निष्पक्षता के साथ भाषाई सर्वे करनी चाहिए तथा उन्हें इसके लिए पर्याप्त समय भी मिलनी चाहिए। साथ ही श्री मंडल ने ये भी मांग किए की चूंकि भाषाई सर्वे के संबंध में बच्चों को कोई अनुभव नहीं है अत: उनके अभिभावकों के सत्यापन के आधार पर ही उसे स्वीकृति दी जाय।
पूर्व जिला पार्षद करुणा मय मंडल ने आगे ये भी कहा की पूर्वी सिंहभूम में मूलवासी के जितनी भी जातियां है सब के सब बांग्ला भाषी है। सब के घरों की भाषा बांग्ला ही है। बांग्ला पंजिका आज भी उनकी शुभा शुभ की प्रतीक है। ये अलग बात है की विषम परिस्थियों की शिकार होकर इनके बच्चों को मातृभाषा बांग्ला से वंचित होना पड़ा था।
पूर्व पार्षद सह बांग्ला भाषा आंदोलन के सिपाही करुणा मय मंडल ने सरकार से निष्पक्षता एवं साधारण जन से समुचित सहयोगिता के माध्यम से उक्त महत्वपूर्ण सर्वे को सफल बनाने की अनुरोध कि गई।