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प्रयास लाया रंग, सुवर्ण रेखा परियोजना के कैनल विभाग करने में लगी है रास्ते की सुधार।


ज्ञात रहे 'जादूगोड़ा-टाटा' मुख्य मार्ग पर गोड़ाडीह के समीप कैनल विभाग द्वारा जो कुतुब मीनार नुमा पुलिया बना कर दोनों तरफ का पंहुच पथ ऊबड़ खाबड़ छोड़ दिया गया था। जिससे उक्त अति व्यस्ततम पथ में आवागमन की बहत बड़ी समस्या उत्पन्न हो रही थी। उक्त विषय को लेकर बीते 12 तारीख को  पूर्व जिला पार्षद चैयर मेन बुलू रानी सिंह एवं पोटका के पूर्व जिला पार्षद करुणा मय मंडल द्वारा एक प्रतिनिधि मंडल के साथ उपायुक्त पूर्वी सिंहभूम के कार्यालय में जाकर लिखित आवेदन दी गई थी तथा आने वाली वर्षांत के मौसम को देखते हुए जनहित में जब तक पुलिया की सुधार नहीं कि जाती है तब तक पुलिया के साइड में जो कच्ची रास्ता बनाई गई है उसे सभी प्रकार के गाड़ियों की आवाजाही की सक्षम एवं सुरक्षित बनाया जाय। तथा पुलिया को रास्ते की बराबर करवाया जाय ताकि आवाजाही में किसी प्रकार की कोई दिक्कतें ना हो।

अंतत: नेताद्वय का प्रयास कुछ रंग लाया है तथा जिला प्रशासन के दवाब से विभाग द्वारा बीते कल से कुछ काम शुरू किया गया है। आज नेताद्वय द्वारा स्थल निरीक्षण के दौरान जंहा योजना की पेटीदार से भेंट हुआ वंही जमीन मालिक (जिनके जमीन में अधिग्रहण से अधिक स्थान पर मिट्टी डाल दी गई है और भी जगह अतिक्रमण कि जा रही है जिसके कारण भी विवाद उत्पन्न हुई है) निर्मल टुडू से। दोनों से बातें हुई। पेटिदार बताया जंहा तक विवाद नहीं है वंहा तक पुलिया का पंहुच पथ को रोड देकर आर.सी.सी. ढलाई पथ बना दिया जाएगा। जमीन मालिक का कहना था - हमें जब तक सरकारी मुआवजा नहीं मिलेगी हम हमारे जमीन के ऊपर ना मिट्टी डालने देंगे ना निर्माण कार्य होने देंगे।

नेताद्वय ने कहा समस्या के जड़ तो विभाग ही है विभाग द्वारा पुलिया का स्थल चयन में जंहा मनमानी कि गई है वंही जरूरत से अधिक ऊंचा मुख्य पथ पर पुलिया बनाकर इस इलाके को दुर्घटना जोन बना दिया गया है जो रास्ते किनारे बोर्ड भी लगा दी गई है। 
पूर्व पार्षद द्वय ने कहा उपायुक्त से मिलकर पूरी समस्या को रखी जायेगी तथा त्रि स्तरीय वार्ता के माध्यम से उनके देख रेख में समस्या की त्वरित समाधान की अनुरोध कि जायेगी।
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