Hul Kranti Day : हूल क्रांति दिवस के उपलक्ष्य में सिद्धू कान्हू के मुर्ती पर किया गया माल्यार्पण
ईचागढ़ - सरायकेला-खरसावां जिला के ईचागढ़ प्रखंड क्षेत्र में हूल दिवस धुमधाम से मनाया गया। सिद्धू कान्हू के मुर्ती पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित किया गया। गौरांगकोचा के ब्लॉक मोड़ पर सिद्धू-कान्हू के मुर्ती पर समाजसेवियों ने माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित किया। वहीं सिद्धु कान्हू ,चांद, भैरव की विरता की गाथा पर प्रकाश डाला गया। झारखंड के बीर माटी के बीर सुपुत्रों को याद किया गया। समाज सेवी भूषण चन्द्र मुर्मू ने कहा कि आज के दिन अंग्रेजों के खिलाफ आदिवासीयों ने अपने हक अधिकार के लिए प्रथम विद्रोह किया गया था।
उन्होंने कहा कि अपने पारम्परिक हथीयार तीर धनुष, टांगी,फरसा से अंग्रेजी हुकूमत और उनके आधुनिक अग्नेयास्त्र को ललकारने का अदम्य साहस बीर सिद्धु कान्हू चांद भैरव ने दिखाया। उन्होंने कहा कि आदिवासी समाज ने अंग्रेजी हुकूमत को झकझोर कर रख दिया था और अंत में वीरगति को प्राप्त हुआ। उन्होंने कहा कि सिदधु कान्हु चांद भैरव से हमें प्रेरणा लेने की आवश्यकता है।
उन्होंने कहा कि हमें जल जंगल जमीन की रक्षा करने के लिए तमाम झारखंड के निवासीयों को आगे आने की जरूरत है। मौके पर झामुमो प्रखंड अध्यक्ष निताई उरांव, नायके बाबा धनेश्वर मुर्मू, पंसस तीलक उरांव ग्राम प्रधान कालीराम मांझी, सुभाष दत्ता आदि उपस्थित थे।