शिशु से अलग कर एक महीने तक मां को बंधक बनाने वाले जेनेटिक अस्पताल का (निबंधन /मान्यता) अविलंब समाप्त और रिम्स को सेना के हवाले करे चंपाई सोरेन सरकार

✍️विजय शंकर नायक

उपरोक्त बातें आज संपूर्ण भारत क्रांति पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव झारखंड छत्तीसगढ़ प्रभारी विजय शंकर नायक ने रांची के बरियातू इलाके में मौजूद जेनेटिक हॉस्पिटल में एक महीने तक एक मां को बंधक बनाकर रखे जाने एवं झारखंड उच्च न्यायालय द्वारा इस मामले को एवं रिम्स हॉस्पिटल की अव्यवस्था पर संज्ञान लेने पर अपनी प्रतिक्रिया में उक्त बातें कहीं । इन्होंने यह भी कहा की एक तरफ मुख्यमंत्री प्राइवेट गौतम मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल का आधारशिला रख रहे हैं , और दूसरी तरफ सरकारी रिम्स हॉस्पिटल अव्यवस्था का शिकार होकर दम तोड़ रहा है । जिस पर हाईकोर्ट संज्ञान लेने का काम कर रही है जो राज्य सरकार के लिए चिंता का विषय है ।

श्री नायक ने आगे कहा कि झारखंड हाई कोर्ट ने रांची स्थित रिम्स में आधारभूत संरचना और सिस्टम की गड़बड़ियों पर गहरी चिंता जताते हुए तल्ख टिप्पणी की है कोर्ट ने मौखिक तौर पर कहा कि अगर राज्य सरकार का स्वास्थ्य विभाग रिम्स की व्यवस्था को दुरुस्त करने में दिलचस्पी नहीं दिख रहा है तो इसे बंद कर देना चाहिए जो जो राज्य के स्वास्थ्य मंत्री को चुल्लू भर पानी में डूब कर मर जाना चाहिए और तत्काल रूप से स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता को इस्तीफा दे देना चाहिए।

श्री नायक में आगे कहा की झारखंड राज्य में प्राथमिक स्वास्थ्य से लेकर मातृत्व शिशु कल्याण केंद्र कुपोषण से बचाव केंद्र सभी फेल हो चुके हैं और जिसका ही परिणाम है कि आए दिन अखबारों की सुर्खियों में कभी एंबुलेंस के अभाव में रोगी की मौत तो कभी आधारभूत संरचना,डाक्टर के अभाव में मरीजों की मौत तो कभी उपकरण के अभाव में मरीजों की मौत बराबर आए दिन देखने को मिलता है जो बहुत ही चिंता और आक्रोश का विषय है कि इन 24 वर्षों में भी हम स्वास्थ्य के क्षेत्र में हम झारखंड के गरीब गुरुबा लोगों को अच्छी स्वास्थ्य सेवा सुविधा उपलब्ध नहीं करा सके हैं , जिसके लिए भारतीय जनता पार्टी, कांग्रेस ,झामुमो सरकार पूर्ण रूप से दोषी है।
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