Singhbhum Lok Sabha Election Result 2024 : सिंहभूम में भाजपा की गीता कोड़ा और झामुमो की जोबा माझी में है कड़ी टक्कर, नतीजों को लेकर प्रत्याशियों धडकनें हुई तेज
Chakradharpur : चार जून मंगलवार को लोकसभा चुनाव के नतीजे आएंगे. चुनाव नतीजों को लेकर जनता में उत्सुकता है. वहीं सिंहभूम सीट से चुनाव लड़ रहे प्रत्याशियों की धड़कनें भी तेज है. सिंहभूम सीट से कुल 14 प्रत्याशी चुनाव लड़ रहे हैं. लेकिन मुकाबला भाजपा प्रत्याशी गीता कोड़ा और इंडी गठबंधन की समर्थित झामुमो प्रत्याशी जोबा माझी के बीच है. बताया जा रहा है की दोनों के बीच कांटे की टक्कर है. जनता में उत्सुकता है की इस कांटे की टक्कर की बाजी को कौन जीत ले जायेगा और सिंहभूम में 2024 का लोकसभा चुनाव जीतकर दिल्ली के लोकसभा में सिंहभूम का प्रतिनिधित्व कौन करेगा.
बता दें की जोबा माझी और गीता कोड़ा में एक समानता यह है की दोनों महिला जनप्रतिनिधि अपने पति के राजनितिक विरासत को आगे बढाने का काम कर रही हैं. इससे पहले गीता कोड़ा ने वर्ष 2019 में कांग्रेस के टिकट पर सिंहभूम सीट से चुनाव लड़ा था और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मण गिलुआ को करारी शिकस्त दी थी. गीता कोड़ा मौजूदा सिंहभूम की सांसद हैं. इस बार भी गीता कोड़ा चुनाव मैदान में तो हैं लेकिन उन्होंने पाला बदल लिया है. इस बार कांग्रेस नहीं बल्कि भाजपा के टिकट पर गीता कोड़ा चुनाव मैदान में हैं. गीता कोड़ा की मानें तो इस बार मोदी सरकार 400 पार होगी. उन्होंने बताया है की सिंहभूम की जनता ने उन्हें भरपूर प्यार और अपना वोट दिया है. मतगणना के दिन सिंहभूम सीट से भाजपा प्रचंड बहुमत से जीतने वाली है. नतीजे भाजपा के पक्ष में ही आएंगे.
वहीं दूसरी तरफ जोबा माझी पांच बार मनोहरपुर से विधायक और झारखण्ड सरकार में चार बार मंत्री बनती आई हैं. बिहार काल से उनका पश्चिम सिंहभूम के मनोहरपुर विधानसभा में दबदबा रहा है. इससे उनके राजनितिक कद का अंदाजा लगाया जा सकता है. लेकिन यह पहली बार है की वह राज्य की राजनीती से आगे बढ़कर देश की राजनीती में कूद पड़ी हैं. जोबा माझी पहली बार लोकसभा चुनाव में सिंहभूम सीट से चुनाव लड़ रही हैं. जोबा माझी इंडी गठबंधन समर्थित झामुमो प्रत्याशी हैं और उन्होंने भी मतगणना के दिन अपनी जीत का परिणाम आने की बात कही है.
भाजपा और झामुमो में कड़ी टक्कर सिंहभूम सीट में है. राजनितिक पंडित भी नहीं बता पा रहे हैं की इस बार सिंहभूम की शेरनी कौन होगी. लेकिन लोग इतना आंकलन जरुर लगा रहे हैं की जीत चाहे भाजपा की हो या झामुमो की. जीत का अंतर बहुत कम होगा. अब सभी को 4 जून को मतगणना का इंतजार है जब एवीएम के पिटारे से प्रत्याशियों को मिले वोट का खजाना खुलेगा. लोग टकटकी लगाये वोटों की गिनती का इंतजार कर रहे हैं. वहीं दूसरी तरफ प्रत्याशी और समर्थक सहित पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं की धड़कनें तेज है. देखना दिलचस्प होगा की सिंहभूम में दो महिला की टक्कर में बाजी कौन मार ले जाता है.