विकास के पथ पर चलते चलते विनाश की ओर अग्रसर हैं: डॉ कविता परमार
आज विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर बिरसानगर में हरित संवाद का आयोजन किया गया।
सरस्वती शिशु विद्या मंदिर बिरसानगर में चल रहे राष्ट्रिय सेविका समिति के अभ्यासवर्ग में आज प्रशिक्षणार्थियों के बीच विशेष सत्र में शहर की जानी मानी पर्यावरणविद सह जिला पार्षद डॉक्टर कविता परमार द्वारा हरित संवाद किया गया। जिसमें पर्यावरण से सम्बंधित विभिन्न जानकारियों के साथ साथ समाधान के विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डाला गया।
उन्होंने विस्तृत रूप से पर्यावरण संरक्षण में 3 p' की भूमिका को बताया। पेड़ लगाना और जिंदा रखना, पानी बचाना और प्लास्टिक का उपयोग नहीं करना ये सभी महिलाएं अपने जिंदगी की दिनचर्या में लाकर पर्यावरण संरक्षण में अपनी भूमिका निभा सकती हैं।
जनसंख्या में बेतहाशा वृद्धि और पेड़ो की संख्या में कमी तापमान के बढ़ने का बड़ा कारण है। इसलिए हम सभी को अपनी जिंदगी के खास मौके पर पेड़ लगाकर उसकी उचित देखभाल करनी चाहिए। दैनिक जीवन मे पानी को बचाने का विभिन्न तरीका भी डॉ परमार ने सभी को बताया। प्लास्टिक का उपयोग ना करने के लिए सभी को प्रेरित की। इको ब्रिक्स के फायदे और बनाने की विधि भी बताई।
प्रकृति की ओर लौटने का संदेश देते हुए सभी को अपने घर को हरित घर बनाने को प्रेरित की।
इस कार्यक्रम में मुख्य वक्ता डॉ कविता परमार के साथ अखिल भारतीय सह कार्यवाहिका सुनीता हल्देकर, प्रांत कार्यवाहिका शारदा गुप्ता, वर्गाधिकारी इंदु सिंह, विभाग कार्यवाहिका सुधा प्रजापति, चंचला सिन्हा, अनीता प्रसाद, हरप्रीत कौर, मीना साहू, सभी प्रशिक्षणार्थी व अन्य मौजूद थे।