कन्फ्यूजन,टेंशन,डिप्रेशन से बचने का अचूक दवा है योग : बीके मानिनि बहन
Chakradharpur : ब्रह्माकुमारिज पाठशाला, चक्रधरपुर की संचालिका बीके मानिनि ने कहा कि कर्मो की कुशलता ही योग है । जो हमें आत्मनिर्भर बनाने के साथ ही साथ स्वाभिमान बढ़ाता है,हमे स्वावलंबन की सनातन परंपरा से जोड़ता । इससे भी व्यापक योग स्ट्रेस,कंफ्यूजन,टेंशन और डिप्रेशन से बचने का अचूक दवा माना जा रहा है । वे आज अंतराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर आयुष मंत्रालय,भारत सरकार के सहयोग और ब्रह्माकुमारिज, माउंट आबू (राजस्थान) के द्वारा निर्देशित कार्यक्रम के अनुसार प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय,आबू पर्वत की ब्रह्माकुमारिज पाठशाला,चक्रधरपुर परिसर में आयोजित मेडिटेडेट और मेडिकेडेट योग के व्यापक और अनंत फायदे कार्यक्रम पर बोल रही थी ।
बीके मानिनि ने इस दिवस के उद्देश्य पर प्रकाश डालते हुए बताया कि दुनिया अपनी दिनचर्या में इसे शामिल करें,एक स्वस्थ और खुशहाल जीवन की ओर हम कदम बढ़ा पाएं, इसके लिए यूनाइटेड नेशंस 21 जून को अंतराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाए जाने का ऐलान किया । और खुशी की बात यह है कि वर्ष 2015, 21 जून को पहली बार योग का उत्सव मनाया गया ।
मौके पर वरिष्ठ राजयोग प्रशिक्षु ओडेया हेंब्रम ने बताया कि योग हमे शारीरिक और मानसिक दोनो रूप से स्वस्थ और सतर्क रहने जबकि आध्यात्मिक रूप में जागरूक रहने में मदद करता है । जबकि राजयोग प्रशिक्षु सुशीला महतो ने बताया कि यह हमे अपनी सासें, विचारों और भावनाओं को नियंत्रित करना सिखाता है । इसके पूर्व बीके मानिनि ने भगवान का महावाक्य मुरली सुनाई और ईस्टर्न योगा रिसर्च एंड फिजिकल कल्चरल इनस्टिच्यूट,कोलकाता के सी.के.स्वरूप ने प्रस्तावित मेडिटेडेट और मेडिकेडेट योग कराया । इस अवसर मनोज,अनिल,राम भरत, राजेश,संगीता,गीता,वीना मुख्य रूप से उपस्थित थे । बीके मुस्कान ने धन्यवाद ज्ञापन किया ।