ब्राह्मणी सिंचाई योजना 11 करोड़ रूपए की लागत से बना साढ़े छह किमी पक्की नहर से किसानों के नहीं मिला एक बूंद पानी ,पूर्व विधायक शशि भूषण सामड ने किया नहर का निरीक्षण
Chakradharpur : पश्चिमी सिंहभूम जिले के चक्रधरपुर अनुमंडल में बंदगांव प्रखंड के कराईकेला नकटी डैम से किसानों का खेत की लिया पानी मिले इसे लेकर ब्राह्मणी सिंचाई योजना के तहत 11 करोड़ रूपए की लागत से चक्रधरपुर के ब्राह्मणी नदी में 2019-20 में साढ़े छह किलोमीटर पक्की नहर का निर्माण किया गया. परंतु नहर में पानी नहीं पहुंचने के कारण किसानों को बारिश के पानी में निर्भर है. नहर का देख रेख का अभाव के कारण आज केवल बड़े-बडे घास उग गए है और कीचड़ भर गया है. नहर में पानी नहीं पहुंचने के कारण ग्रामीण रब्बी फसल के बजाए साल में एक बार ही धान की खेती कर रहे है.जब कि किसानों को 1080 हैक्टेयर जमीन को पानी पहुंचाने के लिए सपने दिखाया गया था।
लेकिन करोड़ों खर्च के बावजूद किसान खेतों में पानी के लिए तरस रहे हैं।किसानों की शिकायत पर रविवार को ग्रामीणों के साथ पूर्व विधायक शशिभूषण सामड ने नहर का जायजा लेने पहुंचे. उन्होंने देखा की नहर में एक बूंद पानी नहीं है. नहर में बड़े-बड़े घास उग गया है. जल संसाधन विभाग घास सफाई के नाम पर लाखों रुपए प्रत्येक वर्ष खर्च कर रही है. लेकिन किसानों को लाभ नहीं मिल रहा है. पूर्व विधायक ने कहा कि ब्राह्मणी नदी में बना चेक डैम में 2.21 मीटर क्यू पर सैकेंड क्षमता है. उसके बावजूद भी किसानों के खेतों में पानी नहीं पहुंच रही है. वहीं कुमारलोंग गांव में पुलिया निर्माण की मांग करने पर संवेदक द्वारा 150 मीटर नहर का अधुरा निर्माण किया गया है. इधर मेन नहर साढ़े छह किमी और चक्रधरपुर डिस्टुबुट चार किमी है। इधर इस बार भी मानसून ने धोखा दे दिया जिस कारण से किसान काफी मायूस है। यही हाल रहा तो सुखाड़ होना तय है।
नहर में पानी आने से इन गांव का किसानों को मिलेगा लाभ
ब्राह्मणी सिंचाई योजना के नहर में पानी आने से लक्ष्मीपोसी, सरजमडीह, कृष्णापुर, महुलबोराई, केरा, बाईपीड, जारकी, बांझीकुसुम, पठानमारा, सानगीसाई, बनालता, जयपुर, कुमारलोंग, आसनतलिया, दलकी समेत दर्जनों गांव के हजारों किसानों को रब्बी फसल करने में काफी लाभ मिलेगा.