Jharkhand train accident : हावड़ा-मुंबई मेल के 18 डिब्बे पटरी से उतरे, दो की मौत और 18 घायल
सरायकेला-खरसावां जिले के खरसावां प्रखंड के पोटोबेड़ा गांव में आज सुबह लगभग 04:00 बजे हावड़ा-मुंबई मेल (ट्रेन संख्या 12810) की भयानक रेल दुर्घटना हुई। दुर्घटना की सूचना मिलते ही आमदा ओपी प्रभारी वरीय पदाधिकारियों को सूचित कर अपने फोर्स के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। एसडीपीओ चक्रधरपुर ने एंबुलेंस और बसों के साथ मौके पर पहुंचकर घायलों को नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया। कुछ मामूली घायल यात्रियों को मौके पर ही प्राथमिक उपचार दिया गया।
सरायकेला के पुलिस अधीक्षक श्री मुकेश कुमार लुनियात प्रातः से राहत कार्य में जुटे हुए हैं। सूचना मिलते ही एसपी चाईबासा, डीसी चाईबासा और अन्य वरिष्ठ अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे। दुर्घटना में प्रभावित यात्रियों को बसों, रिजर्व एंबुलेंस और विशेष ट्रेन के माध्यम से चक्रधरपुर रेलवे स्टेशन ले जाया गया। डीआईजी कोल्हान और डिवीजनल कमिश्नर, कोल्हान भी घटनास्थल पर पहुंचकर कैम्प कर रहे हैं।
झारखंड सशस्त्र पुलिस 6, सीटीसी मुसाबनी एवं आईआरबी 2 के जवानों को भी राहत कार्य हेतु घटनास्थल पर भेजा गया। इस दुर्घटना में घायल हुए 18 लोगों को चक्रधरपुर के अस्पताल में भर्ती कराया गया, जिनमें से दो की हालत गंभीर बताई जा रही है। दुर्घटना में अब तक दो लोगों के हताहत होने की सूचना है। अन्य यात्रियों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया जा रहा है ताकि वे अपनी यात्रा जारी रख सकें।
हावड़ा-मुंबई मेल (ट्रेन संख्या 12810) के कुल 18 डिब्बे और एक मालगाड़ी का डिब्बा दुर्घटना में प्रभावित हुआ है। सरायकेला, चक्रधरपुर और जमशेदपुर के निकटस्थ जिलों के सभी अस्पतालों को अलर्ट पर रखा गया है और घायलों को यथाशीघ्र उपचार प्रदान किया जा रहा है। चाईबासा और सरायकेला जिले से भी खाली बसों को मंगाया गया है ताकि यात्रियों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा जा सके।
झारखंड पुलिस और जिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी रेलवे अधिकारियों के साथ घटनास्थल पर पहुंच चुके हैं। सीआरपीएफ के वरीय पुलिस पदाधिकारी भी राहत कार्य में जुटे हुए हैं। सीमावर्ती राज्य पश्चिम बंगाल और जीआरपी से समन्वय स्थापित कर राहत कार्य किया जा रहा है। एनडीआरएफ घटनास्थल पर पहुंच चुकी है और राहत कार्य में जुटी हुई है। स्थिति शांतिपूर्ण और नियंत्रण में बताई जा रही है।
राहत कार्य तेजी से जारी है और घायल यात्रियों को उचित चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। रेलवे अधिकारी भी घटनास्थल पर पहुंचकर राहत कार्य में जुटे हुए हैं। प्रभावित यात्रियों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने के लिए विशेष व्यवस्था की जा रही है। दुर्घटना के कारणों की जांच शुरू हो चुकी है और जल्द ही इस पर विस्तृत रिपोर्ट जारी की जाएगी।