सुरक्षा और चोरी के कारण झारखण्ड के कई जिलों में प्रतिबंधित है मौत कुआं का खेल
जन्माष्टमी मेले में प्रशासन को अँधेरे में रखकर हो रहा आयोजन
चक्रधरपुर : झारखंड में सुरक्षा के दृष्टिकोण से रोक के बावजूद मौत के कुएं के खेल चक्रधरपुर में खुलेआम खेला जा रहा है। जबकि इस पर पूरी तरह प्रतिबंध लगा हुआ है. ताजा उदाहरण चक्रधरपुर के जन्माष्टमी मेले में खुलेआम मौत के कुएं का खेल दिखाया जा रहा है. दरअसल मौत के कुएं के खेल में कई बार दुर्घटनाएं हुई है जिसमें मौत का खेल दिखा रहे खिलाड़ी और दर्शक की जान गयी है. इस खेल में सुरक्षा को लेकर को खास तैयारी नहीं की जाती है. खेल के नाम से ही समझा जा सकता है की यह कितना खतरनाक खेल होता है.
जहाँ खिलाडी के जान के साथ साथ दर्शक की भी जान खतरे में होती है. यही नहीं मौत के कुए के इस खेल के दौरान पॉकेटमारी भी तेजी से होती है. मौत के कुएं के खेल में पर्स, मोबाइल, गहने, पैसे आदि का चोरी होना एक आम बात है. चक्रधरपुर के जन्माष्टमी मेले में भी तेजी से पर्स और अन्य चीजों की चोरी की सूचना आ रही है. लेकिन इसके बावजूद इस पर जिला और अनुमंडल प्रशासन का ध्यान नहीं है. मौत के कुएं के खेल में सुरक्षा से ही बड़ा खिलवाड़ किया जाता है यही वजह है जिसके कारण इसपर रोक लगायी गयी है.
लेकिन चक्रधरपुर में प्रशासन को अँधेरे में रखकर मेला आयोजन कमेटी और कुछ प्रशासनिक लोगों के मिली भगत से इस खतरनाक खेल का आयोजन मेले के भरी भीड़ में आयोजित किया जा रहा है. इधर एसडीओ रीना हांसदा ने कहा है की उन्हें मौत के कुएं के खेल के आयोजन की जानकारी नहीं है. ऐसा कोई मामला है तो वे इसकी जांच कर उचित कार्रवाई करेंगी. इधर मौत का खेल दिखाने वाले गुड़िया सर्कस के मालिक को भी जानकारी लेने के लिए फ़ोन किया गया लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया.
जमशेदपुर में कई वर्षों से है मौत का कुएं पर प्रतिबंध
कोल्हान के जमशेदपुर में कदमा में आयोजित श्री गणेश पूजा में पिछले कई वर्षों से मौत का कुएं पर पूरी तरह प्रतिबंध लगा हुआ है। झूला आदि सभी मनोरंजन के सामग्री लगते हैं। लेकिन मौत के कुएं पर पूर्वी सिंहभूम के उपायुक्त द्वारा रोक लगा दी गई है। जो वर्तमान में जारी है। लेकिन चक्रधरपुर में प्रशासन को निर्भमित करके आयोजन करता मौत का कुएं का इस्तेमाल कर खुलेआम पैसा कमा रहे हैं। लेकिन प्रशासन पूरी तरह मौन है।
पश्चिमी सिंहभूम जिला का उपायुक्त नहीं उठाते हैं फोन
चक्रधरपुर में मौत के कुएं के संबंध में पश्चिमी सिंहभूम जिला के उपायुक्त कुलदीप चौधरी को फोन किया गया। लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया। जिस कारण से उनका पक्ष नहीं हो पाया।