हाथियों ने उत्पात मचाते हुए तोड़ख घर , अनाजों को बनाया निवाला
ईचागढ़ - सरायकेला-खरसावां जिला के ईचागढ़ प्रखंड क्षेत्र में शाम ढलते ही हाथियों का झुंड गांवों की ओर अपना रूख करते हुए घरों व फसलों को निशाना बना रहे हैं। क्षेत्र में हाथियों का उत्पात थमने का नाम नहीं ले रहा है। कुटाम जंगल में करीब 20-25 की संख्या में हाथियों का झुंड डेरा जमाया हुआ है। रविवार की देर रात को कुटाम गांव में हाथियों का झुंड ने जमकर उत्पात मचाया। पहले गांव के पास खेतों में लगाए गए किसानों का धान खेती को रौंद कर नष्ट कर दिया। वहीं रात को हाथीयों का झुंड कुटाम गांव में घुस गया। हाथीयों ने ठाकुर सिंह मुण्डा का घर को तबाह कर दिया। ठाकुर सिंह मुण्डा का घर पुरी तरह से तोड़कर क्षतिग्रस्त कर दिया। घर में रखे धान व चावलो को अपना निवाला बनाया।
वहीं हाथियों ने कई किसानों का भी खेत में लगे धानों को रौंदकर नष्ट कर दिया। ठाकुर सिंह मुण्डा ने बताया कि करीब 20-25 हाथीयों का झुंड गांव में पहुंचा और एक हाथी जो झुंड से अलग था वे घर को तोड़कर अनाजों को चट कर गया। उन्होंने कहा कि हम सपरिवार घर में सोए हुए थे और हाथी घर को तोड़ रहा था। उन्होंने कहा कि किसी तरह एक कोना में छुपकर हम सब अपना जान बचाया। उन्होंने कहा कि वन विभाग हड़ताल के नाम पर कोई देखने तक नहीं पहुंचे । हम सब डरे हुए हैं।
उन्होंने कहा कि तत्काल घर मरम्मती का व्यवस्था नहीं होने पर रहने का भी घर नहीं है। वहीं ग्रामीणों ने हाथियों को क्षेत्र से भगाने व घर का मुआवजा देने का मांग किया है। ग्रामीणों ने कहा कि वन कर्मियों का हड़ताल तक वरिय पदाधिकारी को वैकल्पिक व्यवस्था करना चाहिए, ताकि हाथियों को भगाने का होना चाहिए।