हाथीयों ने जमकर मचाया उत्पात , घरों व फसलों को किया क्षतिगस्त
ईचागढ़ - सरायकेला-खरसावां जिला के ईचागढ़ प्रखंड क्षेत्र में हाथियों का उत्पात थमने का नाम नहीं ले रहा है। हाथियों का झुंड शाम ढलते ही गांवों की ओर रूख कर घरों व फसलों को क्षतिग्रस्त कर रहा है। अलग-अलग जंगलों में करीब 30-35 की संख्या में हाथियों का झुंड डेरा जमाया हुआ है। शनिवार की देर रात को रहड़ाडीह गांव में 20-22 हाथियों का झुंड ने जमकर उत्पात मचाया। पहले गांव के पास खेतों में लगाए गए आधा दर्जन किसानों का धान व लौकी खेती को रौंद कर नष्ट कर दिया। वहीं रात को बिजली कटते ही हाथीयों का झुंड रहड़ाडीह गांव में घुस गया।
हाथीयों ने इन्द्रजीत सिंह मुण्डा का चार दिवारी व गुना पुरान का घर का खीड़की को तोड़ दिया। वहीं हाथियों ने करम सिंह मुण्डा का लौकी,फोदी पुरान, सुमार पुरान, बुका पुरान सहित कई किसानों का खेतों में लगे धानों को रौंद डाला। भुक्त भोगी इन्द्रजीत सिंह मुण्डा ने बताया कि करीब 20 हाथीयों का झुंड बीजली कटते ही गांव में पहुंचा और घरों के बाहर डेरा जमा दिया। उन्होंने कहा कि चार दिवारी व खिड़की को तोड़ दिया। उन्होंने कहा कि रात भर ग्रामीण रात जगा कर घरों को बचाया। उन्होंने कहा कि वन विभाग के वन रक्षियों को फोन से सुचित करने पर हड़ताल में रहने का बात कर फोन काट दिया। उन्होंने कहा कि वन कर्मियों का हड़ताल के चलते हाथियों का झुंड बेलगाम हो गया है और हाथीयों का झुंड बगल के जंगल में ही डेरा डाले हुए हैं, जिससे ग्रामीण डरे हुए हैं।उन्होंने हाथियों को क्षेत्र से भगाने एवं मुआवजा का भूगतान करने का मांग किया है।