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झारखंड में आलू के दामों में हो रही बेतहाशा वृद्धि , बंगाल के निर्णय पर सरकार को पहल करने का मांग

 
ईचागढ़ - सरायकेला-खरसावां जिला के बंगाल सीमावर्ती कुकड़ु प्रखंड के व्यवसायियों व पंचायत प्रतिनिधियों ने सीरूम में प्रदर्शन कर पश्चिम बंगाल सरकार से आलू पर लगे रोक का समाधान करने का झारखंड सरकार से मांग किया। बंगाल से आलू का खेप झारखंड के सीमावर्ती क्षेत्रों में आने से बंगाल प्रशासन रोक लगाकर रखी है। वहीं कुकड़ु प्रखंड के दर्जनों दुकानदारों ने सीमावर्ती बंगाल के बलरामपुर से दुकान का समान ला रहे थे, जहां बलरामपुर चेकनाका में पुलिस द्वारा जांच कर आलू को वापस उसी दुकान पर कराया गया। जिससे दुकानदार पंचायत प्रतिनिधियों के साथ झारखंड सरकार को आलू पर प्रतिबंध को लेकर बंगाल सरकार से वार्ता कर आलू पर रोक को हटाने का मांग किया। बंगाल से सटा हुआ सीरूम, कुकड़ु , चौड़ा सहित दर्जनों गांवों के दुकानदार अपने नजदीक के बंगाल प्रदेश के बाजार बलरामपुर से दुकान का समान खरीदकर लाते हैं, नजदीक होने से दुकानदारों को बंगाल पर ही निर्भर रहना पड़ता है। 

मालूम हो कि बंगाल सरकार द्वारा आलू पर अन्य राज्यों में जाने से रोक लगाया गया है। जिससे क्षेत्र में आलू का किल्लत हो गया है। आलू बाजार में कम उपलब्ध होने से आलू का दामों में बेतहाशा वृद्धि हो रहा है। हर सब्जी के साथ मिलने वाले आलू जो खुद ही सब्जी का राजा है, और आलू गरीबों के थाली से इस समय गायब हो गया है। आलू अभी 35 से 40, रूपये खरीदना पड़ रहा है। घर के कीचन में सब्जी में सबसे अधिक प्रयोग आलू का ही होता है। कुछ भी सब्जी नहीं रहे तो आलू का चोखा, आलू भूजीया , आलू दम , आलू करी आदि कई तरह के आलू का सब्जी बनाया जा सकता है। 

 समाज सेवी अमीत मुखर्जी व सुर्यकांत महतो ने कहा कि बंगाल के रोक के बाद झारखंड में आलू का किल्लत से आलू का दामों में बेतहाशा वृद्धि हुई है। अगर इस तरह से आलू आयात पर रोक जारी रहेगा तो लोगों को 50-60 रूपए में भी आलू मिलना मुश्किल हो जाएगा और आलू का कालाबाजारी से भी इंकार नहीं किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि सभी दुकानदारों के साथ मिलकर प्रदर्शन किया गया। झारखंड सरकार को इस संबंध में तत्काल कदम उठाते हुए बंगाल सरकार से बात कर आलू आयात पर रोक को समाप्त करने की दिशा में पहल करना चाहिए। 

उन्होंने कहा कि हम सीमावर्ती क्षेत्र में रहते हैं और बंगाल में ही नजदीक के बाजारों में ही दुकान के लिए समान लाना पड़ता है। उन्होंने कहा कि झारखंड सरकार बंगाल सरकार से तत्काल आलू पर पाबंदी हटाने को लेकर वार्ता करें या तो हमारे यहां से बंगाल जाने वाले हर समानों पर रोक लगाएं । मौके पर मुखिया मंजित सिंह,पंसस प्रतिनिधि युधिष्ठिर मांझी, भाजपा जिला आइटी सेल सह प्रभारी सुमन मुखर्जी, कृतिवास महतो,सुर्यकांत, भगीरथ महतो, भास्कर दत्ता, सचिन कुमार, महेंद्र गोप आदि उपस्थित थे।
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