आदिवासी किसान मजदूर पार्टी के बैनर तले वन विभाग के समक्ष धरना प्रदर्शन कर, मांग पत्र सौंपा
हाथी ग्रामीणों को जान से मार दे रहा है लेकिन विभाग मौन: केंद्रीय अध्यक्ष
चक्रधरपुर : आदिवासी किसान मजदूर पार्टी के बैनर तले वन विभाग के समक्ष धरना प्रदर्शन कर हाथियों से फसलों का नुकसान और जान माल की सुरक्षा को लेकर धरना प्रदर्शन किया गया। धरना प्रदर्शन के पूर्व चाईबासा शहर में वन विभाग और जिला खनन पदाधिकारी के विरुद्ध नारे बाजी किया। सभा को संबोधित करते हुए केंद्रीय अध्यक्ष जॉन मिरन मुंडा ने कहा कि आज पिछले एक साल से टोंटो प्रखंड में हाथियों से ग्रामीण परेशान हैं।
हाथी द्वारा फसल नुकसान, घरों को तोड़ देना और ग्रामीणों को जान से मार दे रहा है लेकिन विभाग मौन है मुवावजा के लिए आवेदन जमा किया गया है फिर भी मुवावजा नही मिल रहा है। वन विभाग और जिला खनन पदाधिकारी द्वारा बड़े पुनहिपतियों को सारंडा जंगल को गलत तरीके से खनन कराया जा रहा है । गलत तरीके से ब्लास्टिंग करना और खाने के लिए पेड़ो का ना होने से आज हांथी गांव में में बस गए हैं।
वन विभाग अगर हाथियों को सारंडा जंगल में नही खदेड़ते है और मुवावजा एक एकड़ में 1 लाख रुपया नही दिया जाता है तो बड़ा आंदोलन किया जाएगा। डीएफओ को मांग पत्र दिया गया और उनके द्वारा 1-2 दिन में खदेड़ देने का वादा किया।सभा को मानसिंह त्रिया, माधव चंद्र कुंकल ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर काफी संख्या में लोग उपस्थित थे।