--ADVERTISEMENT--

विकास के मुद्दे पर लड़ा जायेगा चक्रधरपुर विधानसभा चुनाव: सुखराम

मुझे बदनाम करने के लिए ग्रामीणों को भड़का रहे हैं मेरे विरोधी, चुनाव लड़ने के लिए बरसाती मेंढक की तरह उछल रहे हैं  


 विधायक ने कहा चक्रधरपुर के विकास पर सीएम हेमंत सोरेन का है विशेष ध्यान, मुख्यमंत्री ग्राम सेतु योजना से चक्रधरपुर में हो रहा पुल पुलिया का निर्माण


चक्रधरपुर : चक्रधरपुर के विधायक सुखराम उरांव ने अपने आवास कार्यालय बनमालीपुर में प्रेस कोंफ्रेंस कर यह ऐलान कर दिया है कि इस बार का विधानसभा चुनाव विकास के मुद्दे पर लड़ा जायेगा. उन्होंने उनके कार्यकाल के पहले के दस साल के विधायकों को चुनौती देते हुए कहा है कि वे अपने कार्यकाल का रिपोर्ट कार्ड जनता के सामने पेश कर रहे हैं और उनसे पहले विधायक रहे माननीय अपने कार्यकाल का रिपोर्ट कार्ड पेश करें. पता चल जायेगा किसने चक्रधरपुर के विकास को लेकर काम किया है.


दरअसल विधायक सुखराम उरांव रविवार को चक्रधरपुर विधानसभा क्षेत्र के जानुमबेडा-केरा ब्राह्मणी नदी के बीच पुल निर्माण को लेकर मीडिया में आई खबरों पर अपना विचार प्रकट कर रहे थे. उन्होंने कहा की पुल निर्माण की मांग पर पुल नहीं तो वोट नहीं वाली यह खबर राजनीति से प्रेरित है. विधायक ने आरोप लगाया है की कुछ पंचायत प्रतिनिधि चुनाव लड़ने का सपना देख रहे हैं और बरसाती मेंढक की तरह उछल रहे हैं. इसी सपने को पूरा करने के लिए ग्रामीणों को बरगला कर भीड़ इकट्ठी कर ग्रामीणों को भड़का रहे हैं और पुल नहीं तो वोट नहीं का नारा दे रहे हैं.


विधायक सुखराम उरांव ने कहा कि जिस पुल की मांग ग्रामीणों द्वारा की जा रही है. उस पुल के निर्माण कार्य को लेकर डीपीआर तैयार है. कुछ ही दिनों में पुल निर्माण को लेकर टेंडर भी निकल जायेगा. जानुमबेडा-केरा ब्राह्मणी नदी में पुलिया, पारिया पुलिया और घाघराघाट पुलिया का एक साथ एक हफ्ते में टेंडर होने जा रहा है. विधायक ने कहा की जो पंचायत प्रतिनिधि ग्रामीणों को भड़का कर उन्हें बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं. दरअसल उन पंचायत प्रतिनिधियों ने आज तक गाँव के विकास के मुद्दों को उनके समक्ष रखा ही नहीं है और ना ही गाँव के विकास को लेकर उनकी कोई सोच है. लेकिन इसके बावजूद उन्होंने स्वयं संज्ञान लेकर पुल निर्माण के लिए डीपीआर तैयार करवाया.


अब जब टेंडर होने वाला है तो कार्य का श्रेय लेने के लिए ग्रामीणों को भड़काया जा रहा है. बंदगाँव के बारी गाँव, नकटी के इंद्रुआं, सुरबुड़ा के परसाबहाल, राजाफ़ारम, जारकी. द्वारफारम, जानुमबेड़ा, पुराना बस्ती, टोकलो, बोड़दा ऐसे कई जगह हैं जहाँ पुलिया निर्माण हो चूका है या फिर निर्माण की प्रक्रिया जारी है. विधायक सुखराम ने कहा की चक्रधरपुर के विकास पर स्वयं सीएम हेमंत सोरेन का विशेष ध्यान है. यही वजह है की चक्रधरपुर में ज्यादातर पुल पुलिया का निर्माण मुख्यमंत्री ग्राम सेतु योजना के तहत ही हो रहा है.  


विधायक सुखराम उरांव ने कहा कि चक्रधरपुर में चुनाव लड़ने की होड़ में वर्तमान विधायक को बदनाम करने का फार्मूला उनके विरोधियों ने बनाया है. उनके विरोधी उन्हें हराने के लिए चुनाव लड़ना चाहते हैं. लेकिन विकास के मुद्दे पर जनता के सामने मेरे सभी विरोधी धराशायी हो जायेंगे. विधायक सुखराम उराव ने कहा है कि एक साल कोरोना काल और एक साल ईडी की कार्रवाई के कारण सरकार काम नहीं कर पायी. फिर भी तीन साल में उनके कार्यकाल में उन्होंने अपने विधानसभा क्षेत्र में छोटे बड़े 40 पुलों का निर्माण किया है. अगर उन्हें 5 साल पूरा मौका मिलता तो उनके विधानसभा का कोई कोना नहीं बचता जहाँ पुलिया निर्माण की मांग अधूरी रह जाती. विधायक सुखराम उरांव ने साफ कर दिया है की इस बार का चुनाव झामुमो विकास के मुद्दे पर लड़ेगी और उनके विरोधियों को उनके आगे मुंह की खानी पड़ेगी. मौके पर विधायक प्रतिनिधि पीरु हेंब्रम, झामुमो नेता मिथुन गागराई, ताराकांत सिजुई मौजूद थे.
Next Post Previous Post
No Comment
Add Comment
comment url

 --ADVERTISEMENT--

 --ADVERTISEMENT--

RECOMMENDATION VIDEO 🠟

 --ADVERTISEMENT--

 --ADVERTISEMENT--