Hardik Pandya : एक पिता की खुशी
खुशियों का रंग, बिछड़े रिश्तों की बात,
हार्दिक पांड्या ने पाया, अपने बेटे का साथ।
तलाक की गूंज, मन में था दर्द,
लेकिन फिर मिली खुशी, जैसे नया हो सवेरे का बर्त।
नताशा संग प्रेम, कोविड की छांव,
दो बार की शादी, प्यार में थी धूप-छांव।
पर जब बिगड़ी बात, हो गई जुदाई,
समझौते से खत्म हुई, एक प्यारी परछाई।
बेटे अगस्त्य से मिला, महीनों का था इंतज़ार,
पिता की गोद में, खुशी का नजर आया संसार।
हंसते-खिलखिलाते, खेलते नजर आए,
पंड्या की आंखों में चमक, बिछड़ने का ग़म मिटाए।
आईपीएल के रंग, बदलते रिश्तों की कहानी,
मैदान में हूटिंग, लेकिन पांड्या ने दी नयी नज़ानी।
टी20 वर्ल्ड कप में, किया कमाल,
भारत को जीत दिलाने में, बने वो असली जादूगर का नाल।
बेटे की खुशी में, छिपी एक नई उमंग,
हार्दिक का चेहरा, कहता सबका संग।
बिछड़े हुए रिश्तों में, मिलती है एक नई शुरुआत,
पिता की गोद में, फिर से खिल उठी है बात।
इस दिलकश पल का जादू, बयां करता है प्यार,
एक पिता की खुशी, है बेमिसाल आधार।
पांड्या का ये मिलन, बना सबकी जुबां का मोती,
खुशियों की बौछार, प्यार की अनोखी कोटी।