--ADVERTISEMENT--

टोकलो थाना प्रभारी ने वृद्ध को किया पिटाई , वृद्ध का अनुमंडल अस्पताल में चल रहा ईलाज, भाजपाईयों ने एसपी से की शिकायत

चक्रधरपुर : चक्रधरपुर प्रखंड के टोकलो थाना क्षेत्र अंतर्गत बाघमारा गांव निवासी एक वृद्ध व्यक्ति ने टोकलो थाना प्रभारी, थाना के मुंशी व अन्य जवानों पर मारपीट के आरोप लगाये हैं. साथ ही इसे लेकर पश्चिमी सिंहभूम जिला के पुलिस अधीक्षक से शिकायत की गई है. घायल वृद्ध को ईलाज के लिए चक्रधरपुर के अनुमंडल अस्पताल में भर्ती कराया गया है. चक्रधरपुर अनुमंडल अस्पताल में ईलाजरत वृद्ध व्यक्ति नंदूराम सामड ने बताया कि वह बाघमारा गांव का रहने वाला है. 22 सितंबर की सुबह लगभग आठ बजे टोकलो थाना प्रभारी परमेश्वर उरांव, थाना के मुंशी ईश्वर खान ने आदिवासी के नाम पर साला कोल लोग बोलकर मारपीट की. 


इससे मुझे शरीर के कई हिस्सों में चोटें लगी है. उन्होंने बताया कि मेरे नाम पर झारखंड सरकार द्वारा अबुआ आवास की स्वीकृति उपरांत घर बनाने की शुरुआत की गई थी, लेकिन घर बनाने की बेबुनियाद एवं गलत आरोप लगाकर मुझे एक लाख पचास हजार रुपये की मांग की गई. जब मैंने रुपये देने से इंकार कर दिया, तो मेरे साथ मारपीट की गई. वृद्ध नंदूराम सामड ने कहा कि जिस स्थान पर अबुआ आवास का निर्माण करवा रहा हूं, वह मेरे निजी खरीदा हुआ है, जिसके कागजात भी मेरे पास हैं. उन्होंने एसपी से मांग करते हुये थाना प्रभारी परमेश्वर उरांव व मुंशी ईश्वर खान पर कार्रवाई की मांग की है.

पूर्व विधायक ने अनुमंडल अस्पताल पहुंचकर वृद्ध से ली मामले की जानकारी

इधर घटना को लेकर चक्रधरपुर के पूर्व विधायक शशिभूषण सामड ने सोमवार को अनुमंडल अस्पताल पहुंचकर वृद्ध नंदूराम सामड से जानकारी ली.साथ ही उन्होंने कहा कि पुलिस द्वारा इस तरह का कार्य किया जाना दुर्भाग्यपूर्ण है. पुलिस के समक्ष कोई व्यक्ति अपनी शिकायत लेकर जाता है तो उसके साथ मारपीट की जा रही है.मामले की गंभीरतापूर्वक जांच होनी चाहिए.

मेरे ऊपर लगाया गया आरोप बेबुनियाद, दो पक्षों के बीच का है मामला : थाना प्रभारी

इधर इस मामले को लेकर टोकलो थाना प्रभारी परमेश्वर उरांव ने कहा कि - मेरे ऊपर व थाना के अन्य अधिकारी पर लगाया गया आरोप बेबुनियाद है.उन्होंने कहा कि यह दो पक्षों के बीच का मामला है.एक पक्ष द्वारा घर निर्माण कार्य पर रोक लगाने को लेकर अनुमंडल कार्यालय में शिकायत की गई थी.जिसे लेकर पूर्व में 107,144 का मामला भी दर्ज हुआ था.चार महीने पहले हुये विवाद को लेकर अनुमंडल कार्यालय से अब तक कोई निर्णय अब तक हमें प्राप्त नहीं हुआ है.इसके बाद पुन: आरोप लगाने वाले व्यक्ति घर निर्माण कार्य प्रांरभ किया था,जिसके बाद विपक्षी द्वारा थाना में आकर इसकी जानकारी दी गई थी.वहीं जब उन्हें काम रोकने से मना किया गया तो पुलिस के आरोप लगाया जा रहा है.उन्होंने कहा कि रविवार को उन्हें थाना बुलाया गया था.साथ ही मेरे ऊपर पैसे मांगने के आरोप भी पूरी तरह से बेबुनियाद है.
Next Post Previous Post
No Comment
Add Comment
comment url

 --ADVERTISEMENT--

 --ADVERTISEMENT--

RECOMMENDATION VIDEO 🠟

 --ADVERTISEMENT--

 --ADVERTISEMENT--