विश्व प्रसिद्ध व्यक्तित्व सिस्टर निवेदिता
सरायकेला - भारत में महिला शिक्षा और आजादी के आंदोलन में भूमिका निभाने वाली भगिनी निवेदिता का जन्म 28 अक्टूबर 1867 को आयरलैंड में हुआ। उन्होंने भौतिक, कला ,संगीत, साहित्य समेत कई विषयों का गहन अध्ययन किया और 17 साल की उम्र में शिक्षिका बन गई। वर्ष 1895 में लंदन में स्वामी विवेकानंद से मुलाकात होने पर वे इतनी प्रभावित हुई की 3 साल बाद भारत को अपनी कर्म भूमि बनाने आ गई।
स्वामी विवेकानंद ने उन्हें 25 मार्च 1898 को दीक्षा देकर शिष्या बनाते हुए नया नाम निवेदिता दिया। बाद में उनके नाम की आगे सिस्टर का संस्कृत भाषा शब्द भगिनी भी जुड़ गया। कुछ समय बाद वे कोलकाता में बस गई। उन्होंने कोलकाता में लड़कियों के लिए स्कूल खोला। 13 अक्टूबर 1911 में उनका निधन हो गया।