✍डाॅ फ़ौज़िया नसीम शाद
प्राचीन समय में महिलाएं बालों को साफ करने के लिए मुल्तानी मिट्टी, काली मिट्टी, आंवला , शिकाकाई , रीठा ,साबुन ,बेसन आदि प्रयोग करती थी जबकि वर्तमान आधुनिक युग में शैंपू से बालों को धोना आम है। ये सही है कि बालों को स्वस्थ रखने के लिए बालों का स्वच्छ होना बहुत आवश्यक है लेकिन इसके लिए शैंपू का ही प्रयोग किया जाए ये आवश्यक नहीं है । यह बात भी अपनी जगह सही है कि शैंपू बालों की गंदगी को बालों से अच्छे से निकलने में सहायक होता है ,वहीं ये । बालों के स्वास्थ्य और सौंदर्य के लिए बालों की ठीक से सफाई आवश्यक है।
बालों से संबंधित अनेक समस्याएं जैसे रूसी, बालों का झड़ना ,टूटना व उनका दो मुहें होना आदि उत्पन्न हो जाती है बालों के स्वास्थ्य के लिए उपयुक्त शैंपू का चयन बहुत आवश्यक है शैंपू का प्रयोग हमेशा अपने बालों की प्रकृति के अनुरूप करें कोई भी शैंपू हर प्रकार के बालों के लिए नहीं होता है ।
शैंपू से पहले ध्यान रखें
बालों के प्रकार (सामान्य ,शुष्क या तैलीय),बालों की स्थिति( रसायनों द्वारा उपचार किए हुए या प्राकृतिक ),रूसी एवं सामान्य शुष्क बालों के लिए के लिए अपनी पकृति के अनुरूप शैम्पू का चयन करना चाहिए।
शैंपू के प्रकार
हर्बल शैंपू : ये जड़ी बूटियों से बना होता है और बालों के स्वास्थ्य के लिए बेहतरीन होता है ।
लेमन शैंपू : ऐसा शैम्पू ऑयली बालों से संबंधित समस्याओं के समाधान के लिए बहुत उपयोगी होता हैं। इनके प्रयोग से बाल स्वस्थ ,चमकदार और आकर्षक भी हो जाते हैं।
प्रोटीन शैंपू : क्षतिग्रस्त बालों की रिपेयर करके उन्हें स्वस्थ , मज़बूत और आकर्षक बनाता है।
सावधानियां :
- बालों पर शैंपू लगाने से पूर्व त्वचा और बालों के प्रकार को अवश्य चैक करे।
- शैंपू करने से पूर्व कंघी से बालों को भली-भांति साफ़ कर लें।
- जहाँ तक हो केमिकल फ्री शैंपू का प्रयोग करें ।
- आवलां,रीठा,शिकाकाई या फिर मुल्तानी मिट्टी का प्रयोग भी बालों को साफ़ करने के लिए कर सकती है।
- शैंपू को थोड़े से पानी में घोल कर बालों में प्रयोग करें।
- बालों को धोने के लिए सादे गुनगुने पानी का सेवन करें ।
- शैंपू करने के उपरांत बालों को पानी से अच्छी तरह धो लें, इस बात का विशेष ध्यान रखें कि बालों में शैंपू न रहने पाए ।
- शैंपू करने के उपरांत कंडीशर का प्रयोग अवश्य करें।