SURAJMULL JAIN DAV School Event : स्थानीय सूरजमल जैन डीएवी पब्लिक स्कूल में शुक्रवार को एकदिवसीय वैदिक चेतना शिविर का आयोजन किया गया। इस अवसर पर विद्यालय प्रबंधन समिति की सदस्या रेखा जैन मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थीं। शिविर के दौरान विभिन्न सांस्कृतिक और शैक्षिक गतिविधियों का आयोजन किया गया, जिसमें विद्यार्थियों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।
नैतिक मूल्यों पर जोर
विशेष कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विद्यालय की प्राचार्या रेखा कुमारी ने कहा कि इस आयोजन का उद्देश्य विद्यार्थियों में नैतिक मूल्यों का विकास करना है, जिससे एक सुशिक्षित और सुसंस्कृत समाज का निर्माण हो सके। उन्होंने वेदों की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए विद्यार्थियों को चरित्र निर्माण और सदाचरण के प्रति प्रेरित किया।
आचार्य धर्मप्रकाश जी, वासुदेव व्रती जी और कौटिल्य जी ने भी अपने विचार प्रस्तुत किए। आचार्य वासुदेव व्रती जी ने कहा कि आर्य समाज और डीएवी संस्थान का उद्देश्य भारत को पुनः “जगतगुरु” बनाना है।
बच्चों ने प्रस्तुत किए वैदिक नृत्य और नाटिका
शिविर के दौरान विद्यार्थियों ने वैदिक नृत्य और लघु नाटिका प्रस्तुत कर दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। नाटिका के माध्यम से महर्षि दयानंद सरस्वती (मूलशंकर) की जीवन यात्रा और आर्य समाज के 10 सिद्धांत को प्रभावशाली तरीके से प्रस्तुत किया गया।
इस दौरान विद्यार्थियों ने समूह गीत “भला किसी का” और “शरण प्रभु के” का भी सुमधुर प्रस्तुति दी। स्वागत भाषण विद्यालय के शिक्षक देवानंद तिवारी ने दिया।
21 कुंडीय हवन यज्ञ संपन्न
शिविर के अंतर्गत 21 कुंडीय हवन यज्ञ का आयोजन किया गया, जिसे धर्माचार्यों के निर्देशन में संपन्न कराया गया। वैदिक मंत्रों के उच्चारण से विद्यालय परिसर में आध्यात्मिक वातावरण बना रहा।
गणमान्य लोग रहे उपस्थित
इस अवसर पर झारखंड जोन ‘ई’ की एआरओ प्रज्ञा सिंह, झारखंड जोन ‘ए’ के एआरओ ओपी मिश्रा, विक्रम खिरवाल, ए के मिश्रा (प्रिंसिपल, जामाडोबा), पी के भुइंया (प्रिंसिपल, नोवामुंडी), विवेकानंद घोष (प्रिंसिपल, झींकपानी) और आशीष मंडल (प्रिंसिपल, डीएवी महुदा) सहित कई गणमान्य अतिथि उपस्थित थे।
कार्यक्रम का संचालन देवानंद तिवारी और शिक्षिका सुधा सिंह ने किया। विद्यालय में ‘आर्य उद्बोधन’ शिविर का यह पांचवां सफल आयोजन था, जिसे लेकर विद्यार्थियों और शिक्षकों में विशेष उत्साह देखा गया।