सरायकेला -समग्र विकास के साथ-साथ सामाजिक और भावनात्मक शिक्षण से जुड़ेंगे स्कूली बच्चे
Social Emotional Learning in Schools : राज्य स्तर पर झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद द्वारा सीएम स्कूल ऑफ़ एक्सीलेंस एवं कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालयों में वर्ष 2023-24 में चलाए गए प्रोजेक्ट संपूर्णा हर्ष जोहार कार्यक्रम अब जिले के चयनित तेरह आदर्श विद्यालयों में संचालित किया जाएगा। जिसके तहत स्कूली बच्चों के समग्र विकास के लिए सामाजिक-भावनात्मक शिक्षा मैं सुधार किया जाएगा। इसे लेकर सामाजिक एवं भावनात्मक शिक्षा पर हर्ष जोहार के ओरिएंटेशन कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया है। जिसका मुख्य उद्देश्य सोशल इमोशनल लर्निंग और प्रोजेक्ट संपूर्णा के तहत कठिन हालातों से आने वाले बच्चों और युवाओं में क्षमता का विकास कर उनके प्रतिभा को पूरी तरह से विकसित करना, जिससे कि वह एक बेहतर समाज के निर्माण में अपना योगदान दे सकें।
क्या है सोशल इमोशनल लर्निंग:-
प्रशिक्षण प्रभारी डिस्ट्रिक्ट रिसोर्स पर्सन सुश्री मंजू खातून बताती है कि बच्चों के सर्वांगीण विकास के कई तरीके हैं। जिससे वे अपने मुश्किलों को समाप्त कर सकते हैं। भावनात्मक विकास से बच्चों में एक दूसरे से बात करने की क्षमता, सहभागिता, आत्मविश्वास, सम्मान मूल्यों की समझ एवं अच्छे संस्कारों की समझ बनती है। सोशल इमोशनल लर्निंग के तहत विद्यार्थियों में नकारात्मक अनुभवों को पीछे छोड़कर आगे बढ़ना, भावनात्मक दृढ़ता, जटिल समस्याओं को प्रभावशाली रूप से हल करना, तार्किक सोच विकसित करना, पहल करना, जिम्मेदारी पूर्ण निर्णय क्षमता का विकास, स्वयं के विकास के लिए प्रतिबद्ध होना, स्व जागरूकता, आत्मसम्मान, ग्रोथ माइंडसेट, सकारात्मक सामाजिक संबंध बनाना और निभाना तथा दूसरों के प्रति सहानुभूति रखना आदि जैसे सकारात्मक गुना का विकास संभव है।
क्यों महसूस हुई प्रोजेक्ट संपूर्णा हर्ष जौहर की आवश्यकता:-
बताया गया कि रिसर्च के माध्यम से पता चला है कि कोविड-19 महामारी के बाद बच्चों में उत्पन्न तनाव, सामाजिक जुड़ाव की कमी, मानसिक स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं और परिवारों में मृत्यु के आघात के कारण बच्चों के व्यवहार में एक नकारात्मक व्यवहार को महसूस किया गया। जिसके लिए गई कई गतिविधियों और कहानियों के साथ हर्ष जोहर नामक पाठ्यक्रम तैयार किया गया है। जो सोशल इमोशनल लर्निंग के मूल्यों तथा जीवन कौशलों पर आधारित है। इसके लिए विद्यालयों में एक सुरक्षित, शांत एवं सहायक वातावरण के लिए सोशल इमोशनल लर्निंग कॉर्नर का निर्माण भी किया जाएगा।
fदिया गया प्रशिक्षण:-
आदर्श विद्यालय बालक मध्य विद्यालय सरायकेला में सोशल इमोशनल लर्निंग के तहत एकदिवसीय ओरिएंटेशन परिचर्चा कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें प्रशिक्षण प्रभारी डिस्ट्रिक्ट रिसोर्स पर्सन सुश्री मंजू खातून ने विद्यालय के शिक्षक शिक्षिकाओं और प्रधानाध्यापक की क्षमता विकास के माध्यम से सोशल इमोशनल लर्निंग में नवाचार को प्रदर्शित करने को लेकर प्रशिक्षण दिये। उन्होंने बताया कि शिक्षक अपने कक्षा संचालन के पूर्व सकारात्मक गुना के विकास को लेकर बच्चों को इसके लिए तैयार करने का प्रयत्न करेंगे।