Sitaram Rungta death anniversary (प्रकाश कुमार गुप्ता) : चाईबासा बार एसोसिएशन परिसर में गुरुवार को नगरपिता स्वर्गीय सीताराम रूंगटा जी की पुण्यतिथि श्रद्धा और सम्मान के साथ मनाई गई। इस अवसर पर अधिवक्ताओं ने स्व. रूंगटा जी के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी और उनके योगदान को याद किया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला बार एसोसिएशन के अध्यक्ष रामेश्वर प्रसाद ने की। उन्होंने सीताराम रूंगटा जी की जीवनी पर प्रकाश डालते हुए कहा कि, “वे केवल एक सफल उद्यमी ही नहीं, बल्कि जनसेवा और समाज के उत्थान में अपना जीवन समर्पित करने वाले व्यक्ति थे। चाईबासा ही नहीं, पूरे झारखंड में उन्हें नगरपिता के रूप में जाना जाता है।” उनके नेतृत्व में स्थापित उद्योग आज भी “रूंगटा” नाम से पूरे देश में पहचान बनाए हुए हैं।
बार अध्यक्ष ने यह भी बताया कि रूंगटा परिवार का चाईबासा बार एसोसिएशन के विकास में विशेष योगदान रहा है, जिसे अधिवक्ता समाज कभी भूल नहीं सकता। वर्तमान में उनके दोनों पुत्र नंदलाल रूंगटा एवं मुकुंद रूंगटा इस विरासत को आगे बढ़ा रहे हैं।
उल्लेखनीय उपस्थिति और सम्मानजनक माहौल
कार्यक्रम में झारखंड स्टेट बार काउंसिल के सदस्य अनिल महतो, बार एसोसिएशन के उपाध्यक्ष केसर परवेज, पूर्व सचिव आशीष कुमार सिन्हा, वरिष्ठ अधिवक्ता निखिलेश्वर प्रसाद बक्शी, अंकुर कुमार चौधरी, अमर बक्शी, हरीश शांडिल, दुर्योधन गोप, सुभाष चंद्र मिश्रा, अभिषेक पांडे, अरुण कुमार, राजेश नाग, रमेश चौबे, अली हैदर, अनिल सुंडी, श्याम कुमार राम, सूरज समद, बैद्यनाथ आयकत, रघुनाथ लमाई, नरेश सुंडी, ताइक्वांडो दरिपा, अमित आयकत, प्रणब दरिपा, संयोगिता बिरुआ, संगीता सेंडिल, सरस्वती दास, किरण बोईपाई समेत बड़ी संख्या में अधिवक्ता उपस्थित रहे।
सभा का माहौल भावनात्मक और गरिमापूर्ण रहा, जहां वक्ताओं ने सीताराम रूंगटा जी के सामाजिक योगदान, उदारता और उनके व्यक्तित्व की सराहना करते हुए उन्हें सदैव स्मरणीय बताया।
कार्यक्रम का समापन उनके आदर्शों को अपनाकर समाजसेवा के पथ पर चलने की प्रेरणा के साथ हुआ।