पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा पर व्यक्तिगत टिप्पणी से झामुमो की राजनीतिक बौखलाहट उजागर: चंद्र मोहन तिऊ
Madhu Koda Controversy (प्रकाश कुमार गुप्ता) : पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा पर झामुमो प्रवक्ता बुधराम लागुरी द्वारा की गई टिप्पणी को लेकर राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज हो गई है। भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्चा – पश्चिमी सिंहभूम जिला इकाई ने इस बयान की कड़ी निंदा करते हुए झामुमो पर गहरी टिप्पणी की है। युवा मोर्चा के जिला अध्यक्ष चंद्र मोहन तिऊ ने कहा कि यह दुर्भावनापूर्ण हमला न केवल व्यक्तिगत है, बल्कि यह झामुमो की घबराहट और बौखलाहट का परिचायक है।
चंद्र मोहन तिऊ ने स्पष्ट किया कि मधु कोड़ा की 2006-08 की सरकार झामुमो, कांग्रेस और राजद के समर्थन से चली थी, और उस दौर में झामुमो की सक्रिय भूमिका थी। उन्होंने कहा, “आज उन्हीं फैसलों को कोसना झामुमो की अवसरवादी राजनीति को उजागर करता है। यह वही पार्टी है जो सत्ता में रहते हुए नीतियों में साझेदार रही और अब अपनी असफलताओं को छिपाने के लिए दूसरों पर उंगली उठा रही है।”
उन्होंने झारखंड की वर्तमान सरकार पर भी तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि हेमंत सोरेन सरकार के शासनकाल में भ्रष्टाचार और अवैध खनन चरम पर है। “एक मंत्री एक साल से अधिक समय से जेल में है, ईडी, इनकम टैक्स और जीएसटी विभाग लगातार झामुमो नेताओं और उनके करीबियों पर छापेमारी कर रहे हैं, फिर भी सरकार मौन है।”
नोवामुंडी और चाईबासा में खुलेआम अवैध खनन
तिऊ ने कहा कि खासकर नोवामुंडी और चाईबासा क्षेत्र में अवैध खनन का आलम यह है कि दिनदहाड़े संसाधनों की लूट हो रही है। उन्होंने बताया कि जब पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा स्वयं सड़कों पर उतरकर अवैध गाड़ियों को पकड़ते हैं और प्रशासन को हरकत में लाते हैं, तब झामुमो को परेशानी होती है। “छह अवैध गाड़ियों को जब्त करना यह दर्शाता है कि भाजपा और उसके नेता जनता के अधिकारों के लिए जागरूक और सक्रिय हैं,” उन्होंने कहा।
भाजपा का संकल्प – सड़क से सदन तक संघर्ष
चंद्र मोहन तिऊ ने झामुमो को चेतावनी भरे लहजे में कहा कि भाजपा युवा मोर्चा किसी भी गीदड़ भभकी से डरने वाला नहीं है। “हम न तो झुकेंगे, न डरेंगे। सड़क से लेकर सदन तक, हर मंच पर भ्रष्टाचार और माफिया राज के खिलाफ आवाज बुलंद करते रहेंगे।”
उन्होंने यह भी विश्वास जताया कि झारखंड की जनता अब जाग चुकी है और आगामी चुनावों में लोकतांत्रिक तरीके से झामुमो को उसका उत्तर देगी।
भाजपा युवा मोर्चा की इस प्रतिक्रिया से झामुमो पर विपक्ष का दबाव और भी बढ़ सकता है। आने वाले समय में यह मुद्दा झारखंड की राजनीति में गर्मा सकता है।