Axis Bank Manager Arrested in Cyber Fraud Case : Central Bureau of Investigation (CBI) ने मंगलवार को Axis Bank के एक मैनेजर नितेश राय को गिरफ्तार किया है। आरोप है कि उन्होंने साइबर अपराधियों से रिश्वत लेकर mule accounts खोले, जिनका इस्तेमाल बड़े पैमाने पर digital arrest frauds और अन्य ऑनलाइन ठगी के पैसों को launder करने में किया गया।
CBI spokesperson के अनुसार, आरोपी बैंक मैनेजर ने fraudulent account opening forms प्रोसेस किए और cybercriminals के लिए बैंकिंग सिस्टम में illegal channels तैयार किए। इन खातों का उपयोग कई हाई-प्रोफाइल cybercrime cases में किया गया है।
आरोपी को मुंबई की एक competent court में पेश किया गया, जहां से उसे आगे की पूछताछ के लिए CBI custody में भेज दिया गया।
CBI ने उन दो cybercriminals को भी FIR में शामिल किया है जिन्होंने बैंक मैनेजर को रिश्वत दी थी। दोनों आरोपी पहले ही digital arrest scam मामले में पकड़े जा चुके हैं।
Organized Cybercrime का बड़ा नेटवर्क उजागर
CBI की जांच में सामने आया है कि देशभर में साइबर अपराधियों की एक व्यापक नेटवर्किंग सिस्टम काम कर रही है, जो बैंकिंग चैनल्स का दुरुपयोग करके फर्जी खातों के माध्यम से ठगे गए पैसों को अलग-अलग layers में hide और transfer करती है।
CBI के अनुसार:
- 700 से अधिक बैंक शाखाओं में
- 8.5 लाख से ज्यादा mule accounts की पहचान की जा चुकी है
- कई खातों में KYC norms को पूरी तरह bypass किया गया था
Digital Arrest Fraud तेजी से बढ़ रहा है
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक India में digital arrest fraud cases में पिछले दो वर्षों में भारी उछाल आया है।
- 2022: 39,925 cases | ₹91.14 crore
- 2024: 1,23,672 cases | ₹1,935.51 crore
- फरवरी 2025 तक: 17,718 cases | ₹210.21 crore
पिछले महीने Maharashtra Cyber Police ने एक 72 वर्षीय बिजनेसमैन से ₹58 crore की ठगी करने वाले गैंग के 7 सदस्यों को गिरफ्तार किया था। जांच में सामने आया कि ठगों ने पैसे को छिपाने के लिए 6,500 से ज्यादा mule accounts और 13 financial layers का इस्तेमाल किया था।
CBI की सख्त चेतावनी
CBI ने साफ कहा है कि—
“किसी भी बैंक के कर्मचारी ने यदि साइबर अपराधियों को facilitate किया, चाहे वह public, private या cooperative bank हो — उसके खिलाफ Prevention of Corruption Act के तहत कड़ी कार्रवाई की जाएगी।”


