Up-Uttarakhand Mountain Expressway : उत्तर भारत की कनेक्टिविटी को नए स्तर पर ले जाने वाली भारत की एक मेगा परियोजना जल्द ही शुरू होने वाली है। लगभग ₹1.20 लाख करोड़ की लागत से बनने वाली यह नई माउंटेन एक्सप्रेसवे उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के बीच यात्रा को न सिर्फ तेज़ बल्कि अधिक सुरक्षित और सुविधाजनक बनाएगी। यह हाई-स्पीड कॉरिडोर पूरा होने के बाद उत्तर भारत के पर्यटन, व्यापार और औद्योगिक विकास में बड़ा बदलाव लाने वाला है।
🔶 ग्रीनफ़ील्ड एक्सप्रेसवे उत्तर प्रदेश के प्रमुख जिलों से होकर गुज़रेगा
यह नया ग्रीनफ़ील्ड एक्सप्रेसवे उत्तर प्रदेश के कई अहम जिलों—
सहारनपुर, बिजनौर, मुरादाबाद, रामपुर और पीलीभीत —से होकर गुज़रेगा।
इसके बाद यह मार्ग उत्तराखंड की ओर मुड़ते हुए ऊधम सिंह नगर, काशीपुर और खटीमा जैसे प्रमुख शहरों से होते हुए आगे बढ़ेगा।
परियोजना का उद्देश्य दोनों राज्यों के औद्योगिक कॉरिडोर को मज़बूत करना और लोगों की आवाजाही को तेज़ और सुविधाजनक बनाना है।
🔶 240–260 किमी लंबा एक्सप्रेसवे, 120+ किमी/घंटा डिजाइन स्पीड
इस एक्सप्रेसवे की कुल लंबाई लगभग 240–260 किलोमीटर प्रस्तावित है।
डिज़ाइन के अनुसार वाहन यहाँ 120 किलोमीटर प्रति घंटा से अधिक की रफ्तार से चल सकेंगे।
इसके तैयार होने पर दोनों राज्यों के बीच यात्रा समय में 50% की भारी कमी होगी।
🔶 अब 5–6 घंटे का सफर केवल 2.5–3 घंटे में
अभी जहाँ उत्तर प्रदेश से उत्तराखंड के कई हिस्सों तक पहुँचने में 5 से 6 घंटे का समय लगता है, वही सफर आगामी एक्सप्रेसवे के बाद 2.5 से 3 घंटे में पूरा हो सकेगा।
यह मार्ग मौसम के लिहाज़ से भी अधिक सुरक्षित होगा, जिससे बारिश और पहाड़ी मौसम में यात्रा काफी आसान हो जाएगी। साथ ही, दिल्ली–देहरादून हाईवे जैसे व्यस्त मार्गों पर ट्रैफिक का बोझ भी काफ़ी हद तक कम होगा।
🔶 उद्योग, कृषि और पर्यटन में आएगा बड़ा बदलाव
नई एक्सप्रेसवे परियोजना से उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के कई क्षेत्रों में विकास की नई संभावनाएँ खुलेंगी।
- काशीपुर–रुद्रपुर–रुद्रकियाई औद्योगिक बेल्ट को सीधा लाभ मिलेगा।
- साहारनपुर, बिजनौर और पीलीभीत में नए व्यापारिक अवसर पैदा होंगे।
- उत्तराखंड के पहाड़ी जिलों में पर्यटन को नई गति मिलेगी, जिससे होटल, ट्रैवल और स्थानीय रोजगार को बढ़ावा मिलेगा।
- कृषि क्षेत्र में भी तेज़ परिवहन के कारण किसानों को बड़ी राहत और बेहतर बाज़ार मिल सकेगा।
बड़ी कंपनियों के लिए माल ढुलाई तेज़ होने से निवेश के नए अवसर भी बढ़ेंगे।
🔶 उत्तर भारत की कनेक्टिविटी को नया आकार
माउंटेन एक्सप्रेसवे के निर्माण को उत्तर भारत की भविष्य की सबसे महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचा परियोजनाओं में से एक माना जा रहा है। यह न केवल दूरी कम करेगा, बल्कि आर्थिक, सामाजिक और औद्योगिक विकास को अभूतपूर्व गति देगा।
परियोजना के पूरा होने के बाद उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड की यात्रा का अनुभव बिल्कुल बदल जाएगा—
“सुरक्षित, तेज़ और आरामदायक यात्रा का नया युग शुरू होने वाला है।”



