उपायुक्त की अध्यक्षता में शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक सम्पन्न, शिक्षकों को बायोमेट्रिक उपस्थिति अनिवार्य करने के निर्देश
Biometric Attendance For Teachers (बिद्युत महतो) : आज दिनांक 10 दिसंबर 2025 को समाहरणालय सभा कक्ष में उपायुक्त–सह–जिला दंडाधिकारी श्री नितिश कुमार सिंह की अध्यक्षता में शिक्षा विभाग अंतर्गत संचालित विभिन्न योजनाओं और गतिविधियों की विस्तृत समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में उप विकास आयुक्त सुश्री रीना हांसदा, जिला शिक्षा पदाधिकारी कैलाश मिश्रा, सभी BEEO, BPO, CRP, BRP सहित कई महत्वपूर्ण पदाधिकारी उपस्थित रहे।
बैठक में उपायुक्त ने जिले की शिक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ करने, विद्यालयों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुनिश्चित करने, विद्यार्थियों की उपस्थिति बढ़ाने, तथा FLN (Foundational Literacy & Numeracy) मिशन के लक्ष्यों की प्राप्ति पर जोर दिया। उन्होंने स्पष्ट कहा कि शिक्षा की गुणवत्ता में किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
📌 शिक्षकों की बायोमेट्रिक उपस्थिति पर कड़ा रुख
उपायुक्त ने समीक्षा बैठक में निर्देश दिया कि:
- सभी शिक्षक रोज़ाना बायोमेट्रिक अटेंडेंस दर्ज करें।
- जो शिक्षक उपस्थिति दर्ज नहीं करेंगे, उनके वेतन भुगतान पर रोक लगाई जाएगी।
- शिक्षा विभाग को निर्देश दिया गया कि बायोमेट्रिक उपस्थिति की दैनिक मॉनिटरिंग की जाए।
उन्होंने कहा कि समय पर स्कूल पहुँचकर नियमित अध्यापन करवाना शिक्षकों का मूल दायित्व है और इसमें ढिलाई किसी भी हाल में स्वीकार्य नहीं होगी।
📌 विद्यालयों में स्वास्थ्य शिविर व आधार नामांकन पर जोर
उपायुक्त ने निर्देश दिया कि:
- सभी विद्यालयों में स्वास्थ्य परीक्षण शिविर रोस्टर के अनुसार पूरे किए जाएँ।
- जिले के छूटे हुए सभी बच्चों का आधार नामांकन शीघ्र पूरा किया जाए।
- स्वास्थ्य विभाग के साथ मिलकर नियमित मेडिकल चेकअप का कैलेंडर तैयार किया जाए।
📌 विद्यार्थियों की उपस्थिति बढ़ाने के लिए जनसंपर्क अभियान
उपायुक्त ने चिंता जताई कि कुछ विद्यालयों में बच्चों की उपस्थिति लगातार कम पाई जा रही है।
उन्होंने निर्देश दिया कि:
- उन विद्यालयों में अभिभावक संपर्क अभियान चलाया जाए।
- ग्रामीणों को शिक्षा के महत्व और विद्यालयों में उपलब्ध सुविधाओं के बारे में जागरूक किया जाए।
- बच्चों को पढ़ाई के प्रति प्रेरित करने के लिए नियमित काउंसलिंग की व्यवस्था की जाए।
📌 BEEO, BRP, CRP को नियमित विद्यालय भ्रमण का आदेश
उपायुक्त ने कहा कि प्रखंड स्तर के अधिकारी:
- अपने-अपने नामित विद्यालयों का नियमित निरीक्षण करें।
- शिक्षण की गुणवत्ता, शिक्षकों की उपस्थिति तथा विद्यार्थियों की उपस्थिति की समीक्षा करें।
- अध्ययन के वातावरण में सुधार लाने के लिए फील्ड विज़िट रिपोर्ट अनिवार्य रूप से जमा करें।
📌 UDISE Entry और समग्र शिक्षा की प्रगति की समीक्षा
बैठक में ई-विद्यावाहिनी पोर्टल पर:
- शिक्षकों व विद्यार्थियों की ऑनलाइन उपस्थिति,
- आवासीय विद्यालयों में नामांकन,
- संरचनात्मक सुविधाओं के निर्माण व मरम्मति कार्य,
- खेल गतिविधियों,
- तथा UDISE Entry की प्रगति का विस्तृत विश्लेषण किया गया।
उपायुक्त ने निर्देश दिया कि सभी लंबित कार्यों को शीघ्रता और पारदर्शिता के साथ पूरा किया जाए।
📌 किशोरियों को ‘सवित्रीबाई फुले किशोरी समृद्धि योजना’ से जोड़ने का निर्देश
उपायुक्त ने शिक्षा विभाग को निर्देश दिया कि:
- जिले की सभी छूटी हुई पात्र किशोरियों के आवेदन जल्द से जल्द प्राप्त किए जाएँ।
- योग्य लाभुकों की सूची बनाकर विभाग को भेजी जाए, ताकि योजना का लाभ समय पर उन्हें दिया जा सके।
📌 उपायुक्त का स्पष्ट संदेश: लापरवाही पर कड़ी कार्रवाई
बैठक के अंत में उपायुक्त ने दोटूक कहा—
“सभी BEEO बेसिक प्रशासनिक कार्यों में नेतृत्वकारी भूमिका निभाएँ।
शैक्षणिक गतिविधियों में लापरवाही पाए जाने पर संबंधित अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।”
उन्होंने पुनः दोहराया कि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराना, आधारभूत सुविधाओं को मजबूत करना और योजनाओं का लाभ सही समय पर बच्चों तक पहुँचाना जिला प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है।



