Rural vehicle checking campaign : पूर्वी सिंहभूम जिले में सड़क सुरक्षा को लेकर प्रशासन ने सख्त रुख अपनाते हुए ग्रामीण क्षेत्रों में विशेष वाहन जांच अभियान चलाया। उपायुक्त श्री कर्ण सत्यार्थी के निर्देशानुसार परिवहन विभाग द्वारा यह अभियान लगातार संचालित किया जा रहा है, ताकि यातायात नियमों का पालन सुनिश्चित किया जा सके और सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाई जा सके।
इसी क्रम में आज पटमदा रोड स्थित मिर्जाडीह के पास वाहन जांच अभियान चलाया गया। इस अभियान का नेतृत्व जिला मोटरयान निरीक्षक (एमवीआई) श्री सूरज हेंब्रम ने किया। अभियान के दौरान परिवहन विभाग की टीम ने दोपहिया, चारपहिया एवं यात्री बसों सहित 100 से अधिक वाहनों की गहन जांच की।
जांच अभियान का मुख्य उद्देश्य सड़क सुरक्षा नियमों के प्रति लोगों को जागरूक करना और यातायात नियमों की अनदेखी करने वालों पर कार्रवाई करना था। अभियान के दौरान हेलमेट नहीं पहनने वाले दोपहिया वाहन चालकों, कार चालकों द्वारा सीट बेल्ट का उपयोग न करने, बसों में क्षमता से अधिक सवारियां बैठाने (ओवरलोडिंग), मोटरसाइकिल पर ओवरलोडिंग तथा वाहनों में नियमों के विरुद्ध ब्लैक फिल्म के इस्तेमाल की जांच की गई।
जांच में कुल 41 वाहन चालक यातायात नियमों का उल्लंघन करते हुए पाए गए, जिनसे कुल 73 हजार रुपये का जुर्माना वसूला गया। परिवहन विभाग के अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि ग्रामीण क्षेत्रों में सड़क सुरक्षा नियमों की अनदेखी के कारण आए दिन दुर्घटनाएं हो रही हैं, जिनमें जान-माल की क्षति होती है। इसी को ध्यान में रखते हुए यह विशेष अभियान चलाया जा रहा है।

एमवीआई श्री सूरज हेंब्रम ने बताया कि वाहन चालकों को बार-बार यातायात नियमों का पालन करने के लिए समझाया जा रहा है, लेकिन इसके बावजूद नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने दोपहिया वाहन चालकों से हेलमेट पहनने, चारपहिया चालकों से सीट बेल्ट लगाने और सार्वजनिक वाहनों में ओवरलोडिंग से बचने की अपील की।
परिवहन विभाग ने आम जनता से भी सहयोग की अपील करते हुए कहा कि सड़क सुरक्षा केवल प्रशासन की जिम्मेदारी नहीं, बल्कि प्रत्येक नागरिक की सामूहिक जिम्मेदारी है। नियमों का पालन कर न केवल अपनी बल्कि दूसरों की जान भी सुरक्षित की जा सकती है।
प्रशासन ने यह भी संकेत दिया है कि आने वाले दिनों में जिले के अन्य ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में भी इसी तरह के सघन वाहन जांच अभियान चलाए जाएंगे, ताकि सड़क दुर्घटनाओं पर प्रभावी नियंत्रण लगाया जा सके और सुरक्षित यातायात व्यवस्था सुनिश्चित की जा सके।



