Chaibasa Sadar Hospital Meeting (प्रकाश कुमार गुप्ता) : सदर अस्पताल, चाईबासा के सभा कक्ष में गुरुवार को जिला अस्पताल प्रबंधन समिति की महत्वपूर्ण बैठक आयोजित हुई, जिसकी अध्यक्षता जिला परिषद अध्यक्ष लक्ष्मी सुरेन ने की। बैठक में पूर्व की बैठकों के निर्णयों की समीक्षा के साथ-साथ अस्पताल की व्यवस्थाओं को और बेहतर बनाने को लेकर कई अहम प्रस्तावों पर चर्चा की गई।
अस्पताल परिसर की व्यवस्था सुधार पर दिया गया ज़ोर
जिला परिषद अध्यक्ष लक्ष्मी सुरेन ने अस्पताल परिसर में वर्षों से संचालित दुकानों से लंबित किराया वसूली का निर्देश देते हुए, बिजली व्यवस्था को दुरुस्त करने और मरीजों के निजी सामान (मोबाइल आदि) की सुरक्षा हेतु प्रत्येक वार्ड में सुरक्षित बॉक्स निर्माण की आवश्यकता पर बल दिया।
राजा राम गुप्ता ने उठाए जमीनी स्तर के गंभीर मुद्दे
मंत्री दीपक बिरुवा के प्रतिनिधि के रूप में बैठक में उपस्थित अधिवक्ता श्री राजा राम गुप्ता ने मरीजों की समस्याओं को रखते हुए कई ज्वलंत विषयों पर ध्यान आकृष्ट किया। उन्होंने कहा कि आपात स्थिति में 108 नंबर पर कॉल करने के बावजूद एंबुलेंस समय पर नहीं मिल पाती, जिससे मरीजों को परेशानी झेलनी पड़ती है। उन्होंने सुझाव दिया कि सदर अस्पताल में दो एडवांस वेंटिलेटर युक्त एएनएस एंबुलेंस की व्यवस्था की जाए। साथ ही, अस्पताल में रात्रि में मेडिकल स्टोर खुला रखने, चिकित्सकों और स्वास्थ्यकर्मियों के लिए ड्रेस कोड लागू करने, और सीटी स्कैन एवं एमआरआई सुविधाएं बहाल करने की मांग की।
गंभीर रोगियों के लिए फंड उपलब्ध कराने की मांग
राजा राम गुप्ता ने मुख्यमंत्री गंभीर बीमारी उपचार योजना के तहत असाध्य रोगियों के लिए फंड समाप्त हो जाने की स्थिति में उत्पन्न समस्याओं पर चिंता जताते हुए राज्य सरकार से जल्द फंड उपलब्ध कराने का अनुरोध किया। उन्होंने बताया कि रात्रि में जीवन रक्षक दवाएं उपलब्ध नहीं हो पाने के कारण मरीजों को बड़ी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है।
प्रशासन ने दी पहल के संकेत
सिविल सर्जन डॉ. सुशांत कुमार मांझी ने भरोसा दिलाया कि मेडिकल स्टोर और आधुनिक जांच सुविधाओं की बहाली पर शीघ्र पहल की जाएगी, जबकि रात्रिकालीन मेडिकल स्टोर हेतु ड्रग इंस्पेक्टर से पत्राचार किया जा चुका है।
नई सुविधाओं और सुरक्षा के लिए लिए गए निर्णय
बैठक में अस्पताल की आयवर्धन हेतु एक्स-रे एवं पैथोलॉजिकल जांच शुल्क में आंशिक वृद्धि, फिजियोथेरेपी एवं आरसीटी में शुल्क निर्धारण, 20 बेड के टीवी वार्ड का निर्माण, बर्न वार्ड को शुरू करने, आर.ओ. प्लांट लगाने, 24×7 डीपीएच लैब और फार्मेसी संचालन जैसे निर्णय लिए गए। इसके साथ ही पार्किंग स्थल चयन, निर्माणाधीन स्टाफ क्वार्टर का जीर्णोद्धार, चोरी की घटनाओं पर प्राथमिकी दर्ज कराने तथा एंबुलेंस चालकों का लंबित मानदेय भुगतान जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर भी सहमति बनी।
बैठक में उपस्थित प्रमुख अधिकारी एवं प्रतिनिधि
बैठक में सिविल सर्जन डॉ. सुशांत कुमार मांझी, जिला यक्ष्मा पदाधिकारी डॉ. आलोक रंजन महतो, अस्पताल प्रबंधन समिति के सदस्य अनिल लकड़ा, फादर अगस्टिन कुल्लू, अस्पताल प्रबंधक आशीष कुमार, नगर परिषद के सिटी मैनेजर संतोष बेदिया, एनजीओ प्रतिनिधि प्रकाश लागुरी, लिपिक वनरंजन सिन्हा, कार्यक्रम प्रबंधक समेत कई पदाधिकारी उपस्थित थे।
जनहित को केंद्र में रखकर हुई चर्चा, जल्द मिल सकती हैं सुविधाएं
बैठक के निर्णयों से यह स्पष्ट है कि चाईबासा सदर अस्पताल में स्वास्थ्य सेवाओं को अधिक सशक्त और व्यवस्थित बनाने की दिशा में ठोस प्रयास हो रहे हैं, जिससे आम लोगों को बेहतर चिकित्सा सुविधा प्राप्त हो सकेगी।