भाजपा नेता हेमन्त कुमार केशरी ने उपायुक्त से की कार्रवाई की मांग
Chakradharpur municipality issues (प्रकाश कुमार गुप्ता) : चाईबासा शहर इन दिनों नरकीय स्थिति में तब्दील हो चुका है। जगह-जगह कूड़े-कचरे के ढेर, जाम पड़ी नालियां, और हल्की बारिश में सड़कों पर बहता कचरा — यह सब चाईबासा नगर परिषद की लचर व्यवस्था का प्रत्यक्ष प्रमाण है। इस विकट स्थिति को लेकर भारतीय जनता पार्टी पिछड़ा जाति मोर्चा के प्रदेश मंत्री हेमन्त कुमार केशरी ने उपायुक्त, पश्चिम सिंहभूम को एक विस्तृत ज्ञापन सौंपते हुए तत्काल हस्तक्षेप की मांग की है।
केशरी ने अपने पत्र में लिखा है कि नगर परिषद के बोर्ड की अवधि समाप्त होने के बाद से शहर की साफ-सफाई व्यवस्था पूर्णतः चरमरा गई है। नगर परिषद कार्यालय के बाहर तक रखे डस्टबिन से नियमित कचरा उठाव नहीं होना यह दर्शाता है कि प्रशासनिक स्तर पर गंभीर अकर्मण्यता व्याप्त है।
सफाईकर्मियों को नहीं मिल रही उचित मजदूरी
भाजपा नेता ने यह भी आरोप लगाया कि नगर परिषद द्वारा सफाईकर्मियों को सरकार द्वारा निर्धारित 498 रुपये की दैनिक मजदूरी के बजाय महज 320 रुपये ही दिए जा रहे हैं, जो कानूनन गलत है। उन्होंने इस मसले की जांच करवाकर सफाईकर्मियों को न्याय दिलाने की मांग की है। “यदि सफाईकर्मियों को निर्धारित मजदूरी दी जाए, तो वे 7-8 घंटे तक काम करने को तैयार हैं,” उन्होंने बताया।
10 करोड़ की योजना अधर में
ज्ञापन में यह भी उल्लेख किया गया कि केंद्र सरकार द्वारा 2020 में कचरा निस्तारण के लिए 10 करोड़ रुपये की योजना पारित की गई थी, लेकिन नगर परिषद की लापरवाही के चलते अब तक यह योजना शुरू नहीं हो सकी है। इसका सबसे बड़ा खामियाजा शहरवासियों को उठाना पड़ रहा है, विशेषकर कालीमंदिर और मुक्तिधाम के समीप रहने वाले लोगों को।
नालियों की दशा दयनीय
नगर की नालियों की हालत भी बेहद खराब है। अधिकतर नालियां वर्षों से साफ नहीं की गई हैं और ऊपर रखे स्लैबों के कारण कूड़ा जमा होकर बदबू फैला रहा है। केशरी ने आग्रह किया है कि इन स्लैबों को हटाकर समुचित सफाई कराई जाए।
मांगें और समाधान
ज्ञापन में मुख्यतः निम्न मांगें की गई हैं:
1. सफाई व्यवस्था की जिम्मेदारी किसी सक्षम वरीय पदाधिकारी को सौंपी जाए और वर्तमान सफाई निरीक्षक को तत्काल बदला जाए।
2. सफाईकर्मियों को सरकार द्वारा निर्धारित मजदूरी दी जाए।
3. कचरा निस्तारण हेतु लंबित 10 करोड़ की योजना को अविलंब शुरू किया जाए।
4. पूरे शहर की नालियों की समुचित सफाई सुनिश्चित की जाए।
ज्ञापन के अंत में हेमन्त कुमार केशरी ने उम्मीद जताई कि उपायुक्त जल्द इस पर ठोस कदम उठाएंगे ताकि चाईबासा शहर को “स्वच्छ भारत मिशन” के अनुरूप एक स्वच्छ और स्वस्थ शहर बनाया जा सके।