भुवनेश्वर। ओडिशा सरकार द्वारा केन्द्रापड़ा जिले के बदातुबी मौजा में भूमि की बिक्री, खरीद और हस्तांतरण पर रोक लगाने के बाद आर्सेलर मित्तल निप्पॉन स्टील (AMNS) के प्रस्तावित स्टील प्लांट को लेकर उम्मीदें फिर से जाग उठी हैं।
भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया शुरू
राजस्व विभाग के नोटिफिकेशन के मुताबिक, केन्द्रापड़ा जिले के बदातुबी मौजा में 383 एकड़ भूमि के अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। इस फैसले से जिले के लोगों में उत्साह है, जो लंबे समय से अपने क्षेत्र में पहली औद्योगिक परियोजना की प्रतीक्षा कर रहे थे।
स्थानीय लोगों की सहमति
पूर्व सरपंच तुषार कांत सर्दार ने कहा, “हमने सार्वजनिक सुनवाई के दौरान बताया कि अगर उचित मुआवजा दिया जाएगा तो हम अपनी जमीन देने के लिए तैयार हैं। यह प्लांट स्थानीय रोजगार के नए अवसर पैदा करेगा।”
सरकार का उद्योगों पर जोर
उद्योग मंत्री संपद स्वैन ने कहा, “हमारी सरकार न केवल AMNS बल्कि अन्य लंबित परियोजनाओं को भी तेजी से आगे बढ़ा रही है।” मंत्री ने यह भी जानकारी दी कि प्लांट के लिए सड़क निर्माण शुरू हो चुका है, रेलवे लाइन के लिए विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (DPR) तैयार की जा रही है और अगले 18 महीनों के भीतर बिजली की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी।
क्षेत्र में भूमि अधिग्रहण जारी
सरकार ने महाकालपाड़ा तहसील के खर्नासी, बदातुडी, सनातुबी, सरालीकुड़ा, हेतामुंडिया और अन्य क्षेत्रों में कुल 712.52 एकड़ भूमि अधिग्रहण के लिए आवेदन किया है। पहले चरण में, खर्नासी गांव की करीब 100 एकड़ भूमि अधिग्रहित कर आईडीसीओ को हस्तांतरित कर दी गई है।
स्थानीय जनप्रतिनिधियों का समर्थन
महाकालपाड़ा के विधायक दुर्गा प्रसाद नायक ने कहा, “यह प्लांट स्थानीय लोगों के समर्थन से स्थापित किया जा रहा है। सभी लोग खुश हैं और परियोजना के लिए सहयोग कर रहे हैं।”
उद्योगों से रोजगार की उम्मीद
आर्सेलर मित्तल निप्पॉन स्टील का यह प्रस्तावित प्लांट न केवल केन्द्रापड़ा के औद्योगिक विकास को गति देगा बल्कि स्थानीय युवाओं को रोजगार के नए अवसर भी प्रदान करेगा। अब यह देखना होगा कि पर्यावरणीय मंजूरी मिलने के बाद परियोजना कितनी तेजी से आगे बढ़ती है।