Japanese Encephalitis Prevention Training (प्रकाश कुमार गुप्ता): आज जापानी इंसेफलाइटिस की रोक थाम हेतु ज़िला स्तरीय एक दिवसीय प्रशिक्षण सदर अस्पताल के कॉन्फ्रेंस हॉल में सिविल सर्जन डॉ सुशांतो कुमार माझी की अध्यक्षता में संपन्न हुआ। इस प्रशिक्षण में जिला अंतर्गत सभी 15 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों से एक चिकित्सक, एक ए एन एम, सर्विलेंस इंस्पेक्टर, भी बी डी इंचार्ज (एम टी एस तथा MPW) उपस्थित थे।
इस प्रशिक्षण में जापानी इंसेफलाइटिस जैसे गंभीर बीमारी के कारण, कारक, वेक्टर, बीमारी के प्रारंभिक लक्षण, एक्यूट लक्षण, क्लिनिकल फेज, कन्फर्म फेज,क्रिटिकल फेज डायग्नोसिस, केस प्रबंधन, वेक्टर मैनेजमेंट तथा रेफरल मैनेजमेंट के विषय में विस्तार पूर्वक जानकारी मुख्य प्रशिक्षक डॉ मीणा कालुंडीया ( ज़िला भी बी डी पदाधिकारी),अजमत अज़ीम (जिला महामारी रोग विशेषज्ञ), शशि भूषण महतो ( ज़िला भी बी डी सलाहकार) तथा अहसन फारूक ( भी बी डी टेक्निकल पर्यवेक्षक ) के द्वारा विस्तारपूर्वक दिया गया।

सिविल सर्जन डॉ सुशांतो कुमार माझी ने कहा कि इसके प्रारंभिक और एक्यूट लक्षण की जानकारी के अभाव में क्षेत्र की ए0 एन0 एम0, एम0 पी0 डब्ल्यू 0 तथा ग्राम की स्वास्थ्य सहिया को नहीं होने के कारण जेई संभावित बुखार ससमय दर्ज नहीं किए जा रहे हैं। सभी प्रतिभागी चिकित्सा पदाधिकारी और भीबीडी इंचार्ज को आदेश दिया कि अपने प्रखंड अंतर्गत सभी स्वास्थ्य कर्मियों को जापानी इंसेफलाइटिस के विषय में प्रशिक्षित करें और उनके द्वारा निगरानी कार्य सुदृढ़ करने पर ज़ोर दिया ताकि त्वरित रिपोर्ट होने पर स समय जिला द्वारा जांच दल भेज कर स्पाइनल फ्लूड का सैंपल लिखा डी पी एच एल लैब द्वारा पुष्टि उपरांत उपचार सुनिश्चित किया जा सके और उस क्षेत्र में इसके संचरण को रोकने हेतु आवश्यक और ठोस कदम उठाया जा सके।
डॉ मीणा कालुंडीया ने कहा कि जे0 ई0 से बचाव हेतु टीका उपलब्ध है। सभी ए0एन0एम0/ सी एच ओ अपने क्षेत्र में सुनिश्चित करें कि बच्चों का 9 माह और 16 से 18 माह में जापानी इंसेफलाइटिस का टीकाकरण नहीं छूट पाए क्योंकि इस बीमारी के कारण मृत्यु दर बहुत अधिक है, एक भी केस मिलना आउट ब्रेक का संकेत है।