Jharkhand के शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन का निधन, अपोलो अस्पताल दिल्ली में ली अंतिम सांस
Ranchi। Jharkhand के स्कूली शिक्षा, साक्षरता एवं निबंधन विभाग के मंत्री रामदास सोरेन का शुक्रवार देर रात दिल्ली के अपोलो अस्पताल में इलाज के दौरान निधन हो गया। वे बीते 2 अगस्त को ब्रेन हेमरेज के शिकार हो गए थे और तब से उनका इलाज चल रहा था। मंत्री सोरेन के निधन की पुष्टि झामुमो प्रवक्ता कुणाल और उनके भतीजे विक्टर सोरेन ने की।
ब्रेन हेमरेज के बाद दिल्ली ले जाया गया था
2 अगस्त को अपने घोड़ाबांधा स्थित पैतृक आवास में बाथरूम में गिरने से उन्हें गंभीर चोट लगी थी। आनन-फानन में उन्हें एयर एंबुलेंस से जमशेदपुर से दिल्ली ले जाया गया। 15 अगस्त को इलाज के दौरान अचानक हार्ट की समस्या बढ़ने से देर रात उनका निधन हो गया।
पौधारोपण कर लौटे थे मंत्री
निधन से एक दिन पहले 1 अगस्त को मंत्री सोरेन ने रांची स्थित विधायक आवासीय परिसर में आयोजित 76वें राज्यव्यापी वन महोत्सव 2025 के अंतर्गत वृक्षारोपण कार्यक्रम में हिस्सा लिया था। वहां उन्होंने पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया था। उसी रात वे रांची से अपने आवास घोड़ाबांधा लौटे थे।
घाटशिला से तीन बार बने विधायक
रामदास सोरेन घाटशिला विधानसभा क्षेत्र से तीन बार विधायक निर्वाचित हुए थे।
वर्ष 2009 में पहली बार झामुमो प्रत्याशी के रूप में जीते।
2014 में भाजपा उम्मीदवार लक्ष्मण टुडू से हार गए।
2019 में जीतकर विधानसभा में वापसी की और तकनीकी शिक्षा मंत्री बने।
2024 में तीसरी बार जीतकर स्कूली शिक्षा, साक्षरता एवं निबंधन विभाग का दायित्व संभाला।
पूर्व सीएम चम्पाई सोरेन के पुत्र को हराया था
2024 के चुनाव में उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री चम्पाई सोरेन के पुत्र बाबूलाल सोरेन को करारी शिकस्त दी थी। चुनाव में रामदास सोरेन को 98,356 वोट मिले जबकि बाबूलाल सोरेन को 75,910 वोट ही हासिल हुए। इस प्रकार 22,446 वोटों से उन्होंने जीत दर्ज की।
झामुमो और पूरे राज्य में शोक
रामदास सोरेन के निधन से झामुमो समेत पूरे राज्य की राजनीति में शोक की लहर है। झारखंड सरकार और पार्टी कार्यकर्ताओं ने उनके निधन को अपूरणीय क्षति बताया है।