₹80 लाख से अधिक की राशि का समायोजन, नौ न्यायपीठों में हुआ त्वरित न्याय का निष्पादन
Jharkhand Heatwave Relief (प्रकाश कुमार गुप्ता) : झारखंड राज्य विधिक सेवा प्राधिकार (झालसा) रांची के निर्देशानुसार एवं प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्री मोहम्मद शाकिर के मार्गदर्शन में जिला विधिक सेवा प्राधिकार (डालसा), पश्चिमी सिंहभूम, चाईबासा के तत्वावधान में शनिवार को चाईबासा व्यवहार न्यायालय एवं चक्रधरपुर अनुमंडल न्यायालय में मासिक लोक अदालत का सफल आयोजन किया गया।
इस विशेष लोक अदालत के दौरान दोनों न्यायालय परिसरों में कुल 9 न्यायपीठों का गठन किया गया, जिनमें सुलहनीय मामलों की सुनवाई करते हुए कुल 259 मामलों का निष्पादन किया गया। इसके साथ ही ₹80,05,265 (अस्सी लाख पाँच हजार दो सौ पैंसठ रुपये) की राशि का समायोजन किया गया, जिससे संबंधित पक्षकारों को बड़ी राहत मिली।
डालसा सचिव श्री रवि चौधरी ने जानकारी देते हुए बताया कि लोक अदालत का मुख्य उद्देश्य है कि आमजन को त्वरित, सरल और सुलभ न्याय उपलब्ध कराया जा सके। हर माह लोक अदालत का आयोजन किया जाता है, जहां वादकारी आपसी सहमति से मामलों का समाधान करा सकते हैं।
इस लोक अदालत में न्यायिक पदाधिकारियों और पैनल अधिवक्ताओं की सक्रिय भागीदारी रही। चाईबासा न्यायालय परिसर में शामिल न्यायिक पदाधिकारी थे:
योगेश्वर मणि, प्रधान न्यायाधीश, कुटुंब न्यायालय
संतोष आनंद प्रसाद, जिला एवं सत्र न्यायाधीश द्वितीय
अक्षत श्रीवास्तव, मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी
एंजिलिना नीलम मड़की, न्यायिक दंडाधिकारी, प्रथम श्रेणी
सुप्रिया रानी तिग्गा, निबंधक सह अनुमंडल न्यायिक दंडाधिकारी, सदर
मंजीत कुमार साहू, रेलवे न्यायिक दंडाधिकारी
वहीं चक्रधरपुर अनुमंडल न्यायालय में न्यायिक पीठ का नेतृत्व कर रहे थे:
अजय कुमार सिंह, जिला एवं सत्र न्यायाधीश प्रथम
कृष्णा लोहरा, अपर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी
इन सभी न्यायपीठों में मौजूद पैनल अधिवक्ताओं और प्राधिकृत कर्मियों ने मामलों को सुलह के माध्यम से निपटाने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई।
लोक अदालत के सफल आयोजन ने एक बार फिर यह साबित किया कि मध्यस्थता और संवाद के माध्यम से न्याय की प्रक्रिया को और अधिक मानवीय, सुलभ एवं संवेदनशील बनाया जा सकता है।