Chakradharpur रेल मंडल में बड़ा हादसा टला: दुरंतो एक्सप्रेस छह मीटर लंबे रेल टुकड़े से टकराई, बाल-बाल बचे रेलकर्मी और लेबर
Chaibasa (प्रकाश कुमार गुप्ता): Chakradharpur रेल मंडल अंतर्गत गोईलकेरा-पोसैता रेलखंड में शनिवार को एक बड़ा रेल हादसा होते-होते टल गया। मुंबई से हावड़ा जा रही दुरंतो एक्सप्रेस एक छह मीटर लंबे रेल टुकड़े से टकरा गई। यह घटना महादेवशाल स्टेशन के समीप उस समय हुई जब यह भारी टुकड़ा अप लाइन से डाउन लाइन में शिफ्ट किया जा रहा था। उसी दौरान तेज रफ्तार से आती दुरंतो एक्सप्रेस मौके पर पहुंच गई।
बाल-बाल बचे रेलकर्मी और कॉन्ट्रैक्ट लेबर
ट्रेन के अचानक आ जाने से रेलकर्मियों और कॉन्ट्रैक्ट लेबर को रेल पटरी पर काम छोड़ जान बचाने के लिए भागना पड़ा। लेकिन तब तक ट्रेन के इंजन की टक्कर पटरी पर रखे रेल टुकड़े से हो चुकी थी। टक्कर इतनी जोरदार थी कि लोहे का भारी टुकड़ा उछलकर प्लेटफॉर्म की एक बेंच पर जा गिरा। सौभाग्य से उस समय प्लेटफॉर्म पर कोई यात्री नहीं था, जिससे एक संभावित जानलेवा हादसा टल गया।
इंजन को नुकसान, ट्रेन करीब आधे घंटे तक रुकी
टक्कर से दुरंतो एक्सप्रेस के इंजन को आंशिक क्षति पहुंची, जिससे ट्रेन को करीब आधे घंटे तक मौके पर रोकना पड़ा। घटना के बाद रेलवे इंजीनियरिंग विभाग और सुरक्षा टीम मौके पर पहुंची और जांच शुरू की गई।
बड़ी चूक मानी जा रही है घटना
रेलवे सूत्रों के अनुसार, यह घटना मानव त्रुटि या आपसी समन्वय की कमी के चलते हुई है। बिना ब्लॉक लिए या ट्रैफिक क्लियरेंस के ट्रैक पर ऐसा भारी कार्य किया जाना रेलवे नियमों का स्पष्ट उल्लंघन है। इस चूक से सैकड़ों यात्रियों की जान खतरे में पड़ सकती थी।
जांच के आदेश, जिम्मेदारों पर कार्रवाई की संभावना
रेल मंडल के उच्चाधिकारियों ने इस घटना को गंभीर चूक मानते हुए तत्काल जांच के आदेश दे दिए हैं। प्रारंभिक जांच में यदि लापरवाही या गाइडलाइन उल्लंघन की पुष्टि होती है तो जिम्मेदार रेलकर्मियों और ठेकेदार पर कार्रवाई तय मानी जा रही है।
यह घटना एक बार फिर दर्शाती है कि रेलवे जैसे संवेदनशील तंत्र में सुरक्षा और समन्वय की कितनी अहम भूमिका है। गनीमत रही कि कोई हताहत नहीं हुआ, लेकिन यह चेतावनी जरूर है कि ऐसी लापरवाहियां भविष्य में बड़े हादसे का कारण बन सकती हैं।