नई दिल्ली। देश के सबसे बड़े औद्योगिक घराने, टाटा ग्रुप की एक और कंपनी आईपीओ लाने की तैयारी कर रही है। यह कंपनी टाटा प्रोजेक्ट्स है, जो इंजीनियरिंग, खरीद और निर्माण (EPC) के क्षेत्र में काम करती है। कंपनी अगले 12 से 18 महीनों में अपनी लिस्टिंग कर सकती है। इससे पहले, 2023 में टाटा टेक्नोलॉजीज ने आईपीओ लाया था, जो 19 साल में टाटा ग्रुप का पहला आईपीओ था।
कंपनी की स्थिति और प्रदर्शन
वित्तीय वर्ष 2024 में, टाटा प्रोजेक्ट्स ने ₹17,761 करोड़ की आय और ₹81.97 करोड़ का नेट प्रॉफिट दर्ज किया।
इससे पिछले साल कंपनी को ₹855.65 करोड़ का घाटा हुआ था।
कंपनी के पास ₹44,000 करोड़ का ऑर्डरबुक है, जिसमें 90% प्रोजेक्ट भारत से जुड़े हैं।
प्रमुख प्रोजेक्ट्स
टाटा प्रोजेक्ट्स ने कई बड़े प्रोजेक्ट्स में अपनी भागीदारी दर्ज कराई है, जिनमें नया संसद भवन और मुंबई का अटल सेतु शामिल हैं। इसके अलावा, कंपनी ने टाटा ग्रुप की अन्य कंपनियों जैसे टाटा पावर, टीसीएस, और टाटा स्टील के लिए भी 20% से अधिक प्रोजेक्ट्स पर काम किया है।
भविष्य की योजनाएं
कंपनी सेमीकंडक्टर, हरित ऊर्जा, सोलर, डेटा सेंटर और हरित ईंधन जैसे क्षेत्रों में विस्तार करने की योजना बना रही है।
टाटा प्रोजेक्ट्स के एमडी और सीईओ विनायक पई ने कहा कि कंपनी का ध्यान वित्तीय स्थिरता और नकदी उत्पन्न करने पर है। उन्होंने बताया कि अगले पांच वर्षों में कंपनी का रेवेन्यू मिक्स निजी क्षेत्र के पक्ष में 70:30 हो सकता है।
IPO की तैयारी
टाटा प्रोजेक्ट्स ने लिस्टिंग के लिए खुद को फाइनेंशियली फिट बनाने का लक्ष्य रखा है। अगर कंपनी अपने राजस्व पर 4-5% नकदी उत्पन्न कर पाने में सक्षम होती है, तो यह लिस्टिंग के लिए एक महत्वपूर्ण संकेत होगा।
कंपनी में टाटा संस की 57.31% हिस्सेदारी है, जबकि टाटा पावर (30.81%), टाटा केमिकल्स (6.16%), और वोल्टास (4.30%) जैसे अन्य प्रमुख शेयरधारक हैं।
निवेशकों के लिए आकर्षण
निवेशक टाटा ग्रुप की मजबूत साख और कंपनी की पिछली सफल लिस्टिंग्स जैसे टाटा टेक्नोलॉजीज और TCS को देखकर इस आईपीओ के प्रति उत्साहित हो सकते हैं। हालांकि, एक्सपर्ट्स का कहना है कि निवेशकों को सतर्क रहना चाहिए और केवल वैल्यूएशन के आधार पर निर्णय नहीं लेना चाहिए।
निष्कर्ष: टाटा प्रोजेक्ट्स का आईपीओ टाटा ग्रुप की भविष्य की योजनाओं और भारतीय बाजार में बढ़ते निवेश अवसरों का संकेत है। कंपनी की स्थिर वित्तीय स्थिति और बड़े ऑर्डरबुक इसे निवेशकोंके लिए आकर्षक बना सकते हैं।