चाकुलिया : ओडिशा के सिमलीपाल से भागी बाघिन ने सोमवार सुबह चाकुलिया प्रखंड के कालियाम पंचायत स्थित राजाबासा जंगल में दस्तक दी, जिससे इलाके के ग्रामीणों में दहशत फैल गई है। बाघिन के गले में लगे जीपीएस ट्रैकर से वन विभाग उसकी हर गतिविधि पर नजर बनाए हुए है।
ग्रामीणों को किया जा रहा है सतर्क
ओडिशा और चाकुलिया वन विभाग की संयुक्त टीम बाघिन पर कड़ी नजर रख रही है। टीम ने आसपास के गांवों—राजाबासा, हाथिबारी, गोदराशोल, जामबनी, कालीयाम, शालबनी और कालाझोर के निवासियों को सतर्क किया है। ग्रामीणों से अपील की गई है कि वे जंगल के पास न जाएं और मवेशियों को जंगल में न छोड़ें।
मुखिया ने की अपील
पंचायत के मुखिया दासो हेंब्रम ने ग्रामीणों को सतर्क करते हुए कहा है कि जंगल के नजदीक स्थित हवाई पट्टी के रास्तों से आने-जाने से बचें। उन्होंने बताया कि बाघिन लगातार अपनी लोकेशन बदल रही है, जिससे खतरा बना हुआ है।
वन विभाग की सतर्कता
चाकुलिया के प्रभारी वन क्षेत्र पदाधिकारी दिग्विजय सिंह ने कहा कि बाघिन के राजाबासा जंगल में होने की पुष्टि हुई है। वन विभाग की टीम हर संभावित खतरे को रोकने के लिए प्रयासरत है। उन्होंने ग्रामीणों को सतर्क रहने और विभाग के निर्देशों का पालन करने की सलाह दी है।
ग्रामीणों में दहशत
ग्रामीणों का कहना है कि बाघिन के जंगल में होने की वजह से वे अपने दैनिक कार्यों को करने में भी असमर्थ महसूस कर रहे हैं। लोग अपनी सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं और वन विभाग से मदद की उम्मीद कर रहे हैं।
बाघिन पर विभाग की नजर
वन विभाग ने जीपीएस ट्रैकर की मदद से बाघिन की गतिविधियों पर पैनी नजर रखी हुई है। अधिकारियों का कहना है कि बाघिन को जंगल से बाहर निकलने से रोकने और किसी अप्रिय घटना को टालने के लिए हरसंभव कदम उठाए जाएंगे।