Traditional Dance and Music (प्रकाश कुमार गुप्ता) : तांतनगर प्रखंड के रोलाडीह में माघे पर्व का उल्लासपूर्ण आयोजन हुआ, जहां रंग-बिरंगे सजावट के बीच हर आयु वर्ग के ग्रामीण पारंपरिक मांदल और मृदंग की धुन पर थिरके। इस सांस्कृतिक पर्व में स्थानीय लोगों ने अपनी आदिवासी परंपरा को जीवित रखा।
बीडीओ साधुचरण देवगम के पैतृक आवास पर आयोजित कार्यक्रम में पद्मश्री डॉ. जानुम सिंह, तांतनगर के बीडीओ आशीष लकड़ा, साहित्यकार जवाहरलाल बांकिरा, सेवानिवृत्त उपसमाहर्ता विजय लक्ष्मी सिंकू सहित कई गणमान्य व्यक्तियों ने भाग लिया। इस अवसर पर सामूहिक माघे गीत और संगीत से माहौल को खुशनुमा बनाया गया।
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पद्मश्री डॉ. जानुम सिंह ने अपनी कविता गीत ‘दोलाबु हागा-मिसि को सबिन हुंडि मिसे केनेते सेबेरे इनुङाबु’ पेश किया, वहीं जगन्नाथ हेस्सा ने देसी सारंगी पर गीत का संगत किया। तांतनगर बीडीओ ने इस पर्व को प्रकृति प्रेम और सामूहिकता का प्रतीक बताते हुए कहा कि यह पर्व आदिवासी परंपरा को जीवंत करता है और हर चेहरे पर खुशियां लाता है।