Washington : ट्रंप-ज़ेलेंस्की व्हाइट हाउस मीटिंग — यूक्रेन-रूस युद्ध में ऐतिहासिक शांति समझौते की ओर बड़ा कदम
Washington : दुनिया की निगाहें एक बार फिर Washington पर टिक गई हैं। सोमवार को व्हाइट हाउस में अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की आमने-सामने बैठेंगे। मिशन साफ है — युद्ध का अंत, शांति की शुरुआत।
यह बैठक केवल पारंपरिक सीज़फायर की दिशा में नहीं, बल्कि एक व्यापक पीस एग्रीमेंट (शांति समझौते) की ओर बढ़ने की कोशिश है। अलास्का समिट में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात के बाद ट्रंप ने साफ किया था कि अब केवल अस्थायी युद्धविराम नहीं, बल्कि स्थायी समाधान चाहिए जिससे क्षेत्र में स्थिरता सुनिश्चित हो सके।
इस नई पहल की शुरुआत ट्रंप और ज़ेलेंस्की की 90 मिनट लंबी फोन कॉल से हुई, जिसमें ट्रंप ने पुतिन के साथ अलास्का समिट में हुई मुख्य चर्चाओं को साझा किया।
इस प्रक्रिया में यूरोपीय नेताओं की भी अहम भूमिका है। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों, जर्मनी के चांसलर फ्रेडरिक मर्ज़, नाटो महासचिव मार्क रुटे और यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन भी सक्रिय रूप से जुड़ रहे हैं। ज़ेलेंस्की ने कहा — “विश्वसनीय सुरक्षा के लिए यूरोप और अमेरिका एकजुट हैं।”
पुतिन का रुख भी स्पष्ट है — रूस अस्थायी युद्धविराम के बजाय एक स्थायी समाधान चाहता है। अलास्का समिट में उन्होंने कहा था — “प्रगति के रास्ते में कोई बाधा नहीं है।”
अब ट्रंप और ज़ेलेंस्की दोनों एक त्रिपक्षीय शिखर सम्मेलन (trilateral summit) की संभावना जता रहे हैं, जिसमें रूस की भागीदारी भी हो सकती है — बशर्ते सोमवार की मीटिंग सकारात्मक नतीजे लेकर आए।
ध्यान देने योग्य बात यह है कि यह ट्रंप और ज़ेलेंस्की की इस साल की दूसरी आमने-सामने की मुलाकात होगी। पिछली ओवल ऑफिस मीटिंग काफी विवादास्पद और अव्यवस्थित रही थी।
लेकिन इस बार उम्मीदें ज्यादा हैं — क्या यह मुलाकात यूक्रेन-रूस युद्ध की दिशा बदल देगी?