COVID-19 India Update : देश के कई हिस्सों में एक बार फिर कोविड-19 के मामलों में हल्की बढ़ोतरी देखने को मिल रही है, लेकिन विशेषज्ञों ने साफ कहा है कि घबराने की कोई जरूरत नहीं है। ना तो कोई नया खतरनाक वेरिएंट सामने आया है और ना ही गंभीर लक्षणों वाले मरीजों की संख्या बढ़ी है।
कहां बढ़े मामले?
केरल, तमिलनाडु, महाराष्ट्र, मुंबई, चेन्नई और अहमदाबाद जैसे इलाकों में पिछले एक हफ्ते में कोविड मामलों में मामूली उछाल देखा गया है। केरल में 12 मई को जहां 26 सक्रिय मामले थे, वहीं 19 मई को यह संख्या 95 हो गई। महाराष्ट्र में 12 से बढ़कर 56 और तमिलनाडु में 32 से बढ़कर 66 मामले दर्ज किए गए।
क्या कह रहे हैं विशेषज्ञ?
बीजे मेडिकल कॉलेज, पुणे के माइक्रोबायोलॉजी विभाग के प्रमुख डॉ. राजेश कार्यकर्ते ने बताया कि, “इस समय जो वेरिएंट सामने आ रहे हैं, वे पहले से भारत में फैले हुए ओमिक्रॉन के उप-स्वरूप हैं, जैसे कि XBB और JN.1। इनके कारण गंभीर बीमारी या अस्पताल में भर्ती होने की दर में कोई खास बढ़ोतरी नहीं देखी गई है।”
उन्होंने कहा कि भारत में टीकाकरण और प्राकृतिक संक्रमण की वजह से व्यापक इम्यूनिटी है, इसलिए बड़ी लहर की संभावना नहीं है।
सीवेज निगरानी से मिल रहे संकेत
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ बायोमेडिकल जीनोमिक्स, कल्याणी के वैज्ञानिक सौविक मुखर्जी ने बताया कि संक्रमण के मामलों में गिरावट के बावजूद सीवेज सर्विलांस जारी रहा है। यह एक ऐसा तरीका है जिससे किसी इलाके में संक्रमण की शुरुआती चेतावनी मिल सकती है। “कुछ जगहों पर मामूली बढ़त देखी गई, लेकिन किसी बड़े स्पाइक के संकेत नहीं मिले,” उन्होंने कहा।
कम टेस्टिंग बनी चिंता का कारण
विशेषज्ञों का मानना है कि असली केस संख्या इससे ज्यादा हो सकती है क्योंकि अब कई लोग हल्के लक्षणों के बावजूद कोविड टेस्ट नहीं करवा रहे। कई राज्यों में “जीरो एक्टिव केस” दिखाना टेस्टिंग की कमी को दर्शाता है, ना कि संक्रमण की पूर्ण अनुपस्थिति को।
NOTES : फिलहाल भारत में कोविड-19 के मामले नियंत्रण में हैं। स्वास्थ्य एजेंसियां स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं और समय-समय पर जीनोमिक सर्विलांस भी किया जा रहा है। विशेषज्ञों की सलाह है कि सतर्क रहें लेकिन घबराएं नहीं।