Mahendra Manjhi death news – प्रखंड क्षेत्र के टीकर पंचायत के पूर्व मुखिया, शिक्षक, समाजसेवी एवं गायत्री परिवार के कर्मठ सदस्य रहे 70 वर्षीय महेंद्र मांझी की शुक्रवार को सुबह 5 बजे आकस्मिक मौत हो गई। उनकी देहांत से क्षेत्र में शोक की लहर है। उनके पार्थिव शरीर का अन्त्येष्टि आदिवासी परम्परा के अनुसार करकरी नदी घाट में किया गया।

वहीं स्वर्गीय मांझी को पातकुम दिशोम पारगाना रामेश्वर बेसरा, समाज सेवी व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के मामा चारूचांद किस्कू, झारखंड आंदोलनकारी सुखराम हेम्ब्रम,समाज सेवी श्यामल मार्डी,साड़ी राम सोरेन , डोमन बास्के ,सोमरा हांसदा, प्रकाश मार्डी,, मुखिया कुनाराम माझी सहित सैकड़ों समाजिक कार्यकर्ताओं ने भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित किया।
वहीं गायत्री चेतना केंद्र टीकर में गायत्री परिवार के सदस्यों ने श्रद्धांजलि अर्पित कर उनकी आत्मा की शांति कामना किया। वहीं श्यामल मार्डी ने कहा कि स्वर्गीय महेंद्र मांझी सरकारी शिक्षक से सेवा निवृत्त के बाद झारखंड अलग राज्य में प्रथम मुखिया बने। उन्होंने गायत्री चेतना केंद्र जाने के लिए अपनी जमीन पर रास्ता भी दान किए थे। वे हमेशा समाजिक और धार्मिक कार्यों में अग्रणी भूमिका निभाई,उनके निधन पर समाज और क्षेत्र को अपूर्णनीय क्षति हुई। वे संथाल समाज के महाराज भी थे।



