पटना: बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) की परीक्षा में नॉर्मलाइजेशन प्रक्रिया के विरोध में शुक्रवार को पटना में अभ्यर्थियों ने जोरदार प्रदर्शन किया। इस दौरान पुलिस और छात्रों के बीच तनाव की स्थिति पैदा हो गई। पुलिस को लाठीचार्ज का सहारा लेना पड़ा। प्रदर्शनकारी गर्दनीबाग धरनास्थल पर जमा हो गए, जहां उन्हें प्रसिद्ध कोचिंग संचालक खान सर और गुरु रहमान का समर्थन मिला।
हिरासत की खबर और पुलिस का खंडन
शाम के समय खबर आई कि पटना पुलिस ने खान सर और छात्र नेता दिलीप को हिरासत में ले लिया। यह खबर सोशल मीडिया पर तेजी से फैल गई, लेकिन पटना पुलिस ने इसे अफवाह करार दिया। पुलिस ने बयान जारी कर कहा कि खान सर ने खुद पुलिस से आग्रह किया था कि उन्हें उनकी गाड़ी तक सुरक्षित पहुंचा दिया जाए। उनके आग्रह पर पुलिस ने यह मदद की।
पुलिस ने स्पष्ट किया, “खान सर की गिरफ्तारी की खबरें पूरी तरह गलत हैं। प्रदर्शन के दौरान उन्होंने प्रशासन से संपर्क किया और छात्रों को शांत करने का आश्वासन दिया। इसके बाद उन्हें पुलिस वाहन से उनकी गाड़ी तक छोड़ा गया।” पुलिस ने सोशल मीडिया यूजर्स को आगाह किया कि वे अफवाह न फैलाएं।
नॉर्मलाइजेशन नीति के खिलाफ छात्रों का प्रदर्शन
BPSC की नॉर्मलाइजेशन नीति को लेकर छात्रों में भारी असंतोष है। उनका कहना है कि यह प्रक्रिया उनके हितों के खिलाफ है। शुक्रवार सुबह से ही बड़ी संख्या में अभ्यर्थी सड़कों पर उतर आए। पटना के कई हिस्सों में ट्रैफिक बाधित रहा। प्रदर्शनकारियों ने गर्दनीबाग में धरना दिया, जहां पुलिस और छात्रों के बीच तीखी नोकझोंक हुई।
खान सर ने किया छात्रों का समर्थन
प्रदर्शनकारियों का समर्थन करने पहुंचे कोचिंग संचालक खान सर ने नॉर्मलाइजेशन नीति को छात्रों के लिए अन्यायपूर्ण बताया। उन्होंने कहा, “यह नीति परीक्षा में पारदर्शिता और निष्पक्षता के सिद्धांतों का उल्लंघन करती है।” खान सर ने छात्रों को आश्वस्त किया कि वे उनकी लड़ाई में साथ हैं।
लाठीचार्ज और प्रदर्शन जारी
पुलिस ने स्थिति नियंत्रित करने के लिए लाठीचार्ज किया, जिससे कई छात्र घायल हो गए। इसके बावजूद, प्रदर्शनकारियों ने अपना विरोध जारी रखा। प्रशासन ने जल्द ही प्रदर्शनकारियों को हटाने की योजना बनाई है।
इस घटना ने BPSC परीक्षा से जुड़े विवाद को और गहरा कर दिया है। छात्रों ने नॉर्मलाइजेशन नीति हटाने तक आंदोलन जारी रखने का ऐलान किया है।