रांची – झारखंड कर्मचारी चयन आयोग (JSSC) द्वारा CGL परीक्षा के परिणाम घोषित होते ही प्रदेश में सियासी गर्मी बढ़ गई है। जेएमएम नेता जयराम महतो ने सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए आरोप लगाया कि झारखंड के युवाओं के अधिकारों का हनन हो रहा है। उन्होंने कहा, “वोट झारखंडियों से लिया जाता है, लेकिन नौकरियां यूपी-बिहार के लोगों को दी जा रही हैं। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन झारखंड को बेचकर दुबई और कनाडा चले जाएंगे।”
डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन 16 से 20 दिसंबर तक
आयोग ने परिणाम जारी करने के साथ ही डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन का शेड्यूल भी जारी कर दिया है। यह प्रक्रिया 16 दिसंबर से 20 दिसंबर तक चलेगी। परीक्षा 21 और 22 जनवरी को राज्यभर में आयोजित की गई थी और इसके तहत 2025 पदों पर भर्ती की जानी है।
पेपर लीक की शिकायतें और देरी से परिणाम
इस परीक्षा के दौरान पेपर लीक की शिकायतें दर्ज हुई थीं, जिसके कारण परिणाम में काफी देरी हुई। हालांकि, जांच के बाद पेपर लीक के आरोप साबित नहीं हो सके। इसके बावजूद, परिणामों को लेकर विवाद और नाराजगी बरकरार है।
जयराम महतो ने उठाए सवाल
जयराम महतो ने सवाल किया कि झारखंडी युवाओं के साथ सरकार न्याय क्यों नहीं कर रही है। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर झारखंड के युवाओं को प्राथमिकता नहीं दी गई, तो इसके खिलाफ बड़े आंदोलन का रास्ता अपनाया जाएगा।
सरकार और आयोग की सफाई
सरकार और आयोग ने इस विवाद पर अभी तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है। लेकिन सरकार के ऊपर बढ़ते राजनीतिक दबाव और युवाओं में बढ़ती नाराजगी ने राज्य में नई बहस छेड़ दी है।