Laba Village Firewalk – सरायकेला-खरसावां जिला के ईचागढ़ प्रखंड क्षेत्र के लाबा गांव में मंगलवार को चड़क पूजा के उपलक्ष्य में बुटन ग्वालिन लहलहाती आग पर चलकर भगवान के प्रति आस्था और विश्वास का प्रदर्शन कर लोगों को आश्चर्यचकित कर दिया। 4-5 फीट तक आग की लपटों के बीच चलकर आस्था का परिचय देते हुए भगवान शिव जी को प्रसन्न करने का एक अनूठा व्रत है। बीते 10 वर्षों से बुटन ग्वालिन लहलहाती आग पर 7 बार पार होती है और भगवान शिव को खुश करती है।
वहीं एक सप्ताह तक कठोर व्रत में रहकर दर्जनों श्रद्धालु भक्ता टांगान में भाग लिया। भक्ताओं को लकड़ी से बने चरखी पर 40 फीट ऊंचाई पर अपने पीठ पर लोहे का हुक लगाकर आसमान पर लटकते हुए ऊपर में घुमाया गया । भक्ताओं ने बताया कि लाबा गांव में सड़क पूजा में पीठ पर लोहे का हुक भोंककर लकड़ी का डंडा में बांध कर घुमाने का प्रथा चला आ रहा है।
लोहे का हुक खोलने के बाद एक सप्ताह में बीना दवा का घाव भर जाता है। बताया गया कि लहलहाती आग पर चलने के बाद किसी भी तरह का घाव या जलन नही होता । ये सब भगवान शिव का ही चमत्कार हैं। आज के आधुनिक युग में भी भगवान के प्रति आस्था और विश्वास पर श्रद्धालुओं का ऐसा भरोसा देख युवा वर्ग हैरान हैं।
श्रद्धालु जान को जोखिम में डालकर और अपने शरीर को यातनाएं देकर भगवान को खुश करने का अजीबो गरीब कारनामे कर रहे हैं। ये भगवान के प्रति समर्पण कहें , चमत्कार कहें या हठधर्मिता। लोगों के समझ से परे है।