Potka pension delay : पोटका प्रखंड के चांदपुर पंचायत के बिंगबुरू गांव निवासी 70 वर्षीय लक्ष्मण मुर्मू, जो पिछले छह वर्षों से वृद्धावस्था पेंशन से वंचित हैं, ने आज अपनी समस्या लेकर पूर्व जिला पार्षद करुणा मय मंडल के आवासीय कार्यालय का रुख किया।
लक्ष्मण मुर्मू का पेंशन स्वीकृति पत्र 1 मार्च 2016 का है, लेकिन उनके बैंक खाते में 1 जनवरी 2019 से पेंशन राशि आनी बंद हो गई। तकनीकी खामियों के चलते उन्हें जनवरी 2019 से लेकर जनवरी 2025 तक की पेंशन नहीं मिल पाई। इस समस्या के समाधान के लिए उन्होंने कई प्रयास किए, लेकिन उन्हें कोई राहत नहीं मिली।
समस्या से जूझते हुए लक्ष्मण मुर्मू ने गांव के समाजसेवी मानसिंह हांसदा के साथ मिलकर पूर्व पार्षद करुणा मय मंडल से संपर्क किया। श्री मंडल ने उनकी पूरी बात सुनी और उनसे जरूरी दस्तावेज लेकर संबंधित विभाग के उच्चाधिकारियों के पास मामला उठाने का आश्वासन दिया।
श्री मंडल ने कहा, “आपकी ऐसी हालत में बार-बार ऑफिस के चक्कर काटने की जरूरत नहीं है। मैं स्वयं आपके आवेदन को लेकर इसे संबंधित अधिकारियों तक पहुंचाऊंगा और आपकी बकाया पेंशन राशि जल्द दिलाने का हरसंभव प्रयास करूंगा।”
लक्ष्मण मुर्मू, जो पिछले छह साल से आर्थिक तंगी के कारण अपने परिवार पर बोझ महसूस कर रहे थे, अब उनके दिल में नई उम्मीद जगी है। उन्हें विश्वास है कि जल्द ही उनकी समस्या का समाधान होगा।
आज पूर्व पार्षद के कार्यालय में लक्ष्मण मुर्मू और मानसिंह हांसदा की उपस्थिति में इस मामले को लेकर चर्चा हुई। पूर्व पार्षद ने भरोसा दिलाया कि वह इस मामले को गंभीरता से लेकर समाधान के लिए हर संभव कदम उठाएंगे।
आर्थिक संकट में घिरे गरीबों के लिए उम्मीद की किरण
यह घटना उन लोगों के लिए एक संदेश है, जो सरकारी योजनाओं के लाभ से वंचित हैं। पूर्व पार्षद जैसे जनप्रतिनिधियों की सक्रियता गरीबों और जरूरतमंदों के लिए उम्मीद की किरण बन सकती है।