बायरकतार TB-2 ड्रोन भारत की सीमा के पास दिखा, सुरक्षा चिंताएं बढ़ीं
New Delhi : India and Bangladesh के बीच तनाव लगातार बढ़ता जा रहा है। ताजा घटना में, बांग्लादेश का बायरकतार टीबी-2 ड्रोन मेघालय के पास भारत की सीमा के करीब देखा गया। यह घटना भारत-बांग्लादेश सीमा पर सुरक्षा को लेकर नई चिंताएं खड़ी कर रही है।
ड्रोन की गतिविधियों पर भारत की नजर
IDRW की रिपोर्ट के मुताबिक, इस ड्रोन की पहचान ट्रांसपोंडर कोड TB2R1071 के जरिए की गई। इससे पहले इसे पश्चिम बंगाल के पास भी देखा गया था। यह तुर्की निर्मित ड्रोन मध्य ऊंचाई पर लंबे समय तक उड़ान भरने और सटीक निगरानी व हमला करने की क्षमता रखता है। इसकी मौजूदगी बांग्लादेश द्वारा सीमा पर ड्रोन की तैनाती के बढ़ते पैटर्न को दर्शाती है।
बांग्लादेश की मंशा पर सवाल
रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह ड्रोन बांग्लादेश के ढाका स्थित एयर बेस बशर से संचालित हो रहा है। इस हफ्ते की शुरुआत में इसे चटगांव के जहुरूल एयर बेस पर देखा गया था। सीमा पर इस तरह की गतिविधियों ने यह सवाल खड़ा किया है कि क्या बांग्लादेश निगरानी कर रहा है और अगर ऐसा है तो इसके पीछे क्या उद्देश्य है?
ड्रोन की क्षमताएं
बायरकतार टीबी-2 ड्रोन हाई-डेफिनिशन वीडियो और थर्मल इमेज कैप्चर करने में सक्षम है। इसके अलावा, यह गाइडेड हथियारों से हमले करने की क्षमता भी रखता है। सीमा पर इसकी गतिविधियां भारतीय सुरक्षा एजेंसियों के लिए चिंता का विषय बन गई हैं।
अमेरिका ने दिया शांति का संदेश
इस तनाव के बीच अमेरिका ने भारत और बांग्लादेश से शांतिपूर्ण तरीके से अपने मतभेद सुलझाने का अनुरोध किया है। अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने एक प्रेस मीटिंग में कहा, “हम चाहते हैं कि सभी पक्ष अपने मतभेदों को शांतिपूर्ण तरीके से सुलझाएं।”
भारत-बांग्लादेश रिश्तों पर असर
भारत और बांग्लादेश के बीच हालिया घटनाएं दोनों देशों के रिश्तों पर असर डाल सकती हैं। क्षेत्रीय सुरक्षा और सीमाई तनाव के बीच यह देखना होगा कि भारत इस मुद्दे पर क्या रुख अपनाता है।
निष्कर्ष
बांग्लादेश द्वारा सीमा के पास ड्रोन की तैनाती और निगरानी गतिविधियां दोनों देशों के संबंधों में नई चुनौती पेश कर रही हैं। भारत की सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हैं, और तनाव को कम करने के लिए कूटनीतिक प्रयासों की आवश्यकता है।